
MP News: मध्य प्रदेश के भिंड में लोकायुक्त की टीम ने 15 हजार की रिश्वत लेते एक एएसआई को रंगे हाथों पकड़ा है. यह एएसआई थाना प्रभारी के नाम से मारपीट की जाँच में दो लोगो के नाम हटाने के लिए 50 हजार की रिश्वत की मांग कर रहा था. सौदा 15 हजार मैं तय हुआ था.
दरअसल, मालनपुर थाना क्षेत्र के हरीराम के पुरा गांव के रहने वाले प्रहलाद जाटव और दिनेश जाटव के बीच पुरानी रंजिश को लेकर विवाद चल रहा था. 13 अप्रैल 2025 को दिनेश जाटव ने अपने साथियों के साथ मिलकर प्रहलाद पर हमला बोल दिया था. दोनों के बीच जमकर मारपीट हुई थी. पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई. इस घटना में मालनपुर थाने में पदस्थ एएसआई तुलसीराम कोठारी फरियादी बनकर दिनेश जाटव सहित 8 लोगो को आरोपी बनाया था, जिसमे दिनेश के पिता और भाई शामिल था. मामले की विवेचना के दौरान पिता और भाई के नाम हटाने के लिए मालनपुर टीआई प्रदीप सोनी पर 50 हजार की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया. इसको लेकर एएसआई तुलसी राम कोठारी ने पहले धमकाया फिर सौदा 15 हजार में तय हुआ था.
लोकायुक्त से की गई थी शिकायत
मामले की शिकायत दिनेश जाटव ने लोकायुक्त ग्वालियर कार्यालय में की. लोकायुक्त डीएसपी विनोद कुशवाह की अगुवाई में सात सदस्यीय टीम ने आज बुधवार को तय समय व तारीख के मुताबिक मालनपुर थाना परिसर स्थित एएसआई के निवास पर दबिश दी. वहां एएसआई कोठारी को फरियादी से 15 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया गया. लोकायुक्त टीम ने रिश्वत की रकम बरामद कर ली है और आरोपी एएसआई के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
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