
MP News: मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले के मुंगावली महिला बाल विकास विभाग में लोकायुक्त पुलिस ने छापामार कार्रवाई को अंजाम दिया, जिसमें सात हजार की रिश्वत लेते हुए यहां पदस्थ बाबू अनिल पाठक को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया. इस कार्रवाई के बाद मुंगावली महिला बाल विकास विभाग में रिश्वतखोरी का मामला चर्चा में बना हुआ है.
इस आंगनवाड़ी केंद्र से जुड़ा है मामला
दरअसल देखा जाए तो मुंगावली ब्लॉक के बरखेड़ा जमाल गांव की आंगनवाड़ी केंद्र पर बच्चों को मध्यान्ह भोजन का संचालन करने वाले जानकी स्व. सहायता समूह के अध्यक्ष पति रामप्रसाद अहिरवार ने ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस में शिकायत की थी कि पीड़ित से बिल पास करने के लिए अनिल पाठक द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही है.
पानी पूरी तरह पिंक हो गया
लोकायुक्त पुलिस ने तीन सबूतों के सामने आने के बाद बुधवार दोपहर को महिला बाल विकास विभाग में पहुंची. इस दौरान सात हजार की रिश्वत लेते एलडीसी के पद पर पदस्थ अनिल पाठक को रंगे हाथों पकड़ लिया. इस टीम के द्वारा घंटों कार्रवाई की गई, जिसमें आरोपी के हाथों को धुलबाया गया तो पानी पूरी तरह पिंक हो गया.
ये भी पढ़ें- Pitru Paksha 2024: आज से 'तर्पण' शुरू, क्षिप्रा के तट पर पितरों के लिए हो रही मोक्ष की कामना...
भ्रष्टाचार चरम पर
दरअसल देखा जाए तो इस पूरी कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया कि विभागों में भ्रष्टाचार चरम पर है. यहां बच्चों को मिलने वाले भोजन में भी इस तरह पच्चीस प्रतिशत की रिश्वत मांगी जा रही है, तो अन्य मामलों का क्या हाल होगा..
ये भी पढ़ें- BJP या कांग्रेस,मध्यप्रदेश में 'बुलडोजर से इंसाफ' पर किसे था ज्यादा भरोसा ? चौंकेंगे आप