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पूर्व सिविल सर्जन के खिलाफ लोकायुक्त ने दर्ज किया केस, खरीदी में भ्रष्टाचार की शिकायत पर की गई कारवाई

Lokayukta Action in Madhya Pradesh: लोकायुक्त डीएसपी राजेश पाठक ने बताया कि नजरपुर निवासी धर्मेंद्र शर्मा ने चरक भवन अस्पताल में नियम विरूद्ध तरीके से खरीदी करने की शिकायत की थी. इसके बाद इस गड़बड़ी की जांच में प्रथम दृष्टया प्रमाण मिलने पर तत्कालीन सिविल सर्जन डॉ. पीएन वर्मा (सेवानिवृत्त) तत्कालीन लेखापाल राजकुमार सोनी (सेवानिवृत्त) व तत्कालीन प्रभारी लिपिक राहुल पण्ड्या, (मूल पद ड्रेसर) के विरूद्ध  भ्रष्टाचार अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच में लिया है.

पूर्व सिविल सर्जन के खिलाफ लोकायुक्त ने दर्ज किया केस, खरीदी में भ्रष्टाचार की शिकायत पर की गई कारवाई
MP Lokayukta Action

MP Lokayukta Action: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन (Ujjain) में लोकायुक्त (Lokayukta) ने बुधवार को शासकीय चरक भवन अस्पताल के पूर्व सिविल सर्जन सहित तीन कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज किया. आरोप है कि अधिकारियों ने करीब तीन साल पहले नियम विरुद्ध तरीके से दो कंपनियों को लाभ पहुंचाकर भ्रष्टाचार किया था.

लोकायुक्त डीएसपी राजेश पाठक ने बताया कि नजरपुर निवासी धर्मेंद्र शर्मा ने चरक भवन अस्पताल में नियम विरूद्ध तरीके से खरीदी करने की शिकायत की थी. इसके बाद तीन वर्ष पूर्व हुई इस गड़बड़ी की जांच में प्रथम दृष्टया प्रमाण मिलने पर  तत्कालीन सिविल सर्जन डॉ. पीएन वर्मा (सेवानिवृत्त) तत्कालीन लेखापाल राजकुमार सोनी (सेवानिवृत्त) व तत्कालीन प्रभारी लिपिक राहुल पण्ड्या, (मूल पद ड्रेसर) के विरूद्ध  भ्रष्टाचार अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच में लिया है.

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तीनों के खिलाफ ये है आरोप

डीएसपी पाठक ने बताया कि सिविल अस्पताल में करीब तीन साल पहले डेहली रेफ्रिजरेशन एण्ड एयर कंडीशनिंग इंजीनियरिंग एवं रिडेन एस.पी.सी. ऑक्सीजन गैस सप्लायर को दो वर्ष के लिए टेंडर दिया था, लेकिन तय अवधि समाप्त होने के बाद भी फर्मों से तीन वर्ष तक बिना नए टेंडर कार्य करवाकर आर्थिक लाभ पहुंचाने के लिए शासन को नुकसान पहुंचाया गया. आरोप है कि इन फर्मों ने जीएसटी  का भुगतान भी किया था. बावजूद जिम्मेदार अधिकारियों ने अपने पद का दुरुपयोग कर फर्मों को बिना क्लारिफिकेशन सर्टिफिकेट के भुगतान किया था.

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