
Madhya Pradesh Politics: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ (Kamal Nath) और उनके सांसद बेटे नकुल नाथ के बीजेपी (BJP) में शामिल होने की अटकलें अब थमते हुए नजर आ रही है, क्योंकि कमलनाथ के करीबी रहे सज्जन सिंह (Sajjan Singh Verma) ये साफ कर दिया है कि कमलनाथ पार्टी छोड़कर कहीं नहीं जा रहे हैं. हालांकि प्रदेश की सियासी हलचल के बीच अब कांग्रेस एक्शन मोड में आ गई है. दरअसल, कमलनाथ की पार्टी से बगावत की अटकलों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) ने ग्वालियर-चम्बल संभाग (Gwalior-Chambal Division) की कमान अपने हाथों में ले ली है और खूद अंचल के चारों लोकसभा क्षेत्रों में मैराथन बैठक करने में जुट गए हैं.
गुना में करेंगे दिग्विजय सिंह बैठक
दिग्विजय सिंह मंगलवार, 20 फरवरी को गुना विधानसभा क्षेत्र के समस्त मण्डल/सेक्टर अध्यक्ष, बी.एल.ए. समस्त कांग्रेस कार्यकर्ता, नगर पालिका, जनपद, जिला पंचायत के चुने गये सदस्यों, सेवादल, महिला कांग्रेस, युवक कांग्रेस, किसान कांग्रेस, आई.टी. सेल, एन.एस.यू.आई., पदाधिकारी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे.
इस बैठक में विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ता उपस्थित होंगे, जिन्होंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की है. ये बैठक प्रीतम वाटिका में होगी. इस बैठक के बाद दिग्विजय सिंह दोपहर 3:00 बजे शिवपुरी पहुंचेंगे, जहां उदय विलास में बैठक करेंगे.
ग्वालियर में होगी बड़ी बैठक
शिवपुरी में बैठक करने के बाद दिग्विजय सिंह देर रात ग्वालियर पहुंचेंगे, जहां 21 फरवरी को शहर जिला कांग्रेस कार्यालय में बड़ी बैठक करेंगे. इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री ग्वालियर से सड़क मार्ग से मुरैना जाएंगे, जहां जिला कांग्रेस कार्यालय में बैठक करेंगे. वहीं बैठक के बाद शताब्दी एक्सप्रेस से दिल्ली रवाना हो जाएंगे.
बता दें कि दिग्विजय सिंह की सक्रियता से कांग्रेस में सियासी हालात बदलते नजर आ रहे हैं. अब तक कमलनाथ ही पूरे प्रदेश में सक्रिय रहते थे, लेकिन ताजा सियासी घटनाक्रम के बाद दिग्विजय के अचानक सक्रिय होने से कांग्रेस में नए बदलाव के संकेत मिल रहे है.
राज्यसभा सदस्य अशोक सिंह का स्वागत करेंगे दिग्विजय
दिग्विजय सिंह अपने दौरे के समय मध्य प्रदेश से इकलौते कांग्रेस राज्यसभा सदस्य अशोक सिंह का भी स्वागत करेंगे. अशोक सिंह को दिग्विजय सिंह का समर्थक माना जाता है. अशोक सिंह 22 फरवरी को निर्वाचन का प्रमाण पत्र लेकर पहली बार ग्वालियर आएंगे. यहां बैठक में सबसे पहले उनका स्वागत किया जाएगा.
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