Madhya Pradesh News : जागते रहो के बाद अब रीवा जिले में वन विभाग कर रहा है एक और मुनादी.... कोई भी व्यक्ति रात को अकेले घर से न निकले, बहुत जरूरी हो तो चार-पांच लोगों के साथ निकले. हाथ में लाठी-डंडा होना चाहिए. ये हम नहीं कह रहे, यह कह रहे हैं रीवा जिले के DFO (District Forest Officer ) अनुपम शर्मा. इसकी एक मुनासिब वजह है कि रीवा से लगे हुए इलाके में पिछले कई दिनों से एक खूंखार तेंदुआ दिख रहा है, जिसने अब तक तीन मवेशियों को मारा है. उसका CCTV फुटेज भी सामने आया है.
CCTV में कैद हुआ तेंदुआ
रीवा शहर से लगे हुए इलाके गडरिया, रतहरी और लोही में पिछले कई दिनों से रात को एक तेंदुआ नजर आ रहा है. जिसके चलते इस इलाके में काफी दहशत है. रात को इस इलाके के रहने वाले लोगों ने घर से निकलना बंद कर दिया है. वन विभाग की टीम ने भी उन्हें ऐसा करने को कहा है. इस इलाके के लोगों के घर के बाहर लगे CCTV कैमरे में तेंदुए की तस्वीर कैद हो गई है... जो आराम से रात के अंधेरे में टहलता हुआ नजर आ रहा है और घरों के अंदर तक आता-जाता दिखाई दे रहा है.
वन विभाग ने क्या कहा ?
तेंदुआ दिखने की जानकारी जैसे ही ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम को दी, तुरंत ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. उन्होंने आस पास के लोगों से पूछताछ की. CCTV चेक किया. गांव में मुनादी कराई कि रात को अकेले न निकलें. बहुत जरूरी हो तो 4 से 5 लोगों के साथ निकलें, खाली हाथ न निकलें, हाथों में डंडे होने चाहिए. वन विभाग की इस मुनादी के बाद गांव के लोग दहशत में हैं.
बच्चों ने स्कूल जाना क्या बंद
वन विभाग की इस मुनादी के बाद गांव के लोगों ने जहां रात को घर से निकलना बंद कर दिया, वहीं दूसरी ओर अपने बच्चों को भी स्कूल नहीं भेज रहे हैं. बच्चों को घर के बाहर खेलने नहीं दिया जा रहा. बच्चे घर के अंदर कैद हैं तो बड़े-बूढ़े भी घर के अंदर ही वक्त बिता रहे हैं. इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ है. दो से तीन मवेशी मार चुका है तेंदुआ. गडरिया, रतहरी, लोही जैसे गांव में रात के अंधेरे में तेंदुआ घूमता हुआ नजर आ रहा है. अभी तक उसने दो से तीन मवेशियों को मारा है.
रात में घर से न निकलें अकेले
वन विभाग की टीम ने इलाके का सर्वे किया है. वे ग्रामीणों को मुआवजा देने की बात कह रही हैं. वन विभाग की टीम ने, कुछ दिन पहले रीवा जिले के सिरमौर में तेंदुए की दहशत से 'जागते रहो' की मुहिम चलाई थी, जहां उसने रात के अंधेरे में कई मवेशियों को मार दिया था. बाद में तेंदुए को पकड़कर सुरक्षित जगह में छोड़ा था. अब वन विभाग की टीम 'घर से न निकलने' की बात कह रही है.
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दिखे तेंदुआ के पैरों के निशान
वन विभाग के डीएफओ अनुपम शर्मा का कहना है कि आमतौर पर तेंदुआ 10 से 15 किलोमीटर दूर तक अपने इलाके से निकल आता है. जहां तेंदुआ दिखाई दे रहा है, उसके पास ही गुढ़ और गोविंदगढ़ के इलाके हैं, जहां इस समय तेंदुआ काफी मात्रा में मौजूद है. हमें पग मार्क मिले हैं, तेंदुआ लगभग 2 साल का है. शायद वह अपने इलाके में वापस लौट चुका होगा. अगर दोबारा नजर आया तो हम विभाग से परमिशन लेकर उसे रेस्क्यू करने की कोशिश करेंगे.
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