
मऊगंज जिले में बेबस और लाचार दिव्यांग पिता अपनी बेटी के लिए पुलिस से न्याय की गुहार लगा रहा है. बोलेरो से सवारी ढोकर परिवार का जीवन यापन करने वाला पिता का कुछ दिन पहले एक्सीडेंट हो गया था, जिसमें उन्होंने पैर गंवा दिया था. इसके बाद घर की आर्थिक स्थिति खराब होती गई, जिसके बाद पीड़ित ने गांव में ही रहने वाले संतोष पटेल को अपना समझकर बोलोरो चालक की जिम्मेदारी सौंप दी.
आरोप है कि संतोष पटेल की खराब नीयत पीड़ित की नाबालिग बेटी पर थी. 15 अगस्त के दिन जब बेटी घर से स्कूल के लिए निकली, तब आरोपी चालक अपने एक अन्य साथी के साथ नाबालिग लड़की को लेकर फरार हो गया. शाम को पिता खेत से 4 बजे घर आए, तब परिजनों ने बताया कि बेटी अभी तक घर नहीं आई.
चालक के साथ बस में दिखी थी बेटी
उसके परिजनों ने आसपास और रिश्तेदार के यहां खोजबीन की, लेकिन बेटी का कहीं पता नहीं चला. बाद में बस के कंडक्टर ने बताया कि उसने आरोपी संतोष पटेल और पंकज सोनी को लड़की के साथ बस में बैठते हुए देखा है. इसके बाद परिजनों ने मऊगंज थाने में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई है. पुलिस से शिकायत करने के बाद भी बेटी का कुछ भी पता नहीं चला है.
पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
पीड़ित ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं की है. एफआईआर में संतोष और पंकज के नाम का जिक्र नहीं है, बल्कि अज्ञात का नाम लिखा है. पीड़ित ने अब एसपी से आवेदन कर अपनी बेटी को तलाशने की मांग की है.
मामले में मऊगंज एसडीओपी सची पाठक ने बताया कि अभी हम कुछ नहीं कह सकते हैं. मामला संज्ञान में आया है, टीम गठित कर लगातार तलाश रही हैं. किशोरी को जल्द ही ढूंढ लिया जाएगा और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
ये भी पढ़ें- एमपी पुलिस के वाहन ने बच्चे को मारी टक्कर, हवा में उछलकर गिरा 10 फीट दूर; गई जान