Namami Gange Abhiyan: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव आज बेतवा नदी के उद्गम स्थल झिरी बहेड़ा पहुंचकर केंद्र सरकार के महत्वाकांक्षी नमामि गंगे करेंगे अभियान का शुभारंभ करेंगे. मुख्यमंत्री आज से प्रदेश भर में आयोजित किए जा रहे 'नमामि गंगे' अभियान की शुरूआत करेंगे.
5 जून से 16 जून गंगा दशहरा तक चलेगा नमामि गंगे अभियान
5 जून पर्यावरण दिवस पर शुरू हो रहा नमामि गंगे अभियान 16 जून गंगा दशहरा तक चलेगा. सीएम मोहन यादव ने प्रदेशवासियों से 'नमामि गंगे अभियान' में भाग लेने का आव्हान किया है. सीएम मोहन यादव के इस विशेष अभियान के दौरान जल स्त्रोतों की साफ-सफाई और जल चेतना बढ़ाने के की गतिविधियां आयोजित की जाएंगी.
सीएम ने नमामि गंगे अभियान में लोगों से भाग लेने का किया आह्वान
पर्यावरण संरक्षण और जल के संबंध में जागरूकता के लिए शुरू किए जा रहे नमामि गंगे अभियान में प्रदेशवासियों को सक्रिय रूप से भाग लेने का आह्वान करते हुए सीएम मोहन ने कहा कि वृक्षों और जल से ही यह वसुधा समृद्ध है, यही जीवन का आधार है, अभियान के अंतर्गत जल संरक्षण पर केन्द्रित विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन होगा.
पवित्र गंगा नदी का न सिर्फ़ सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व है
गंगा नदी पर निर्भर देश की 40% आबादी को प्रदूषण से बचाने के लिए 2014 में प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने महत्वाकांक्षी नमामि गंगे अभियान शुरू किया. न्यूयॉर्क में मैडिसन स्क्वायर गार्डन में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा था, “अगर हम इसे साफ करने में सक्षम हो गए तो यह देश की 40 फीसदी आबादी के लिए एक बड़ी मदद साबित होगी.इस अभिया का उद्देश्य पवित्र गंगा नदी का प्रदूषण से मुक्त कराने के साथ हीगंगा की सफाई एक आर्थिक एजेंडा भी है.
गंगा नदी को प्रदूषण से मुक्त करने और पुनर्जीवित करने का अभियान
केंद्र की एनडीए सरकार ने गंगा नदी के प्रदूषण से मुक्त करने और नदी को पुनर्जीवित करने के लिए ‘नमामि गंगे' नामक एक एकीकृत गंगा संरक्षण मिशन का शुभारंभ किया. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने नदी की सफाई के लिए बजट को चार गुना करते हुए पर 2019-2020 तक नदी की सफाई पर 20,000 करोड़ रुपए खर्च करने की केंद्र की प्रस्तावित कार्य योजना को मंजूरी दी और इसे 100% केंद्रीय हिस्सेदारी के साथ एक केंद्रीय योजना का रूप दिया गया है.
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