मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मंडला (Mandla) में 10 दिवसीय भारतीय किन्नर सम्मेलन (Kinnar Sammelan) का आयोजन किया जा रहा है. इस सम्मेलन का आयोजन 15 नवंबर से किया जा रहा है, जो 25 नवंबर तक चलेगा. वहीं इस सम्मेलन में देश भर के किन्नर शामिल हो रहे हैं. बता दें कि सम्मेलन का आयोजन जिला किन्नर समाज द्वारा किया जा रहा है.
23 नवंबर को निकाली जाएगी कलश यात्रा
इस सम्मेलन में देश भर से आये किन्नरों का परिचय सम्मेलन, पूजन-पाठ, नृत्य-गायन और हवन सहित गुरु मां की गुप्त पूजा की जा रही है. वहीं इस आयोजन का खास आकर्षण किन्नरों द्वारा निकाली जाने वाली कलश यात्रा होगी जो प्रमुख मार्गों से होते हुए शहर में भ्रमण करेगी. इस दौरान मार्ग में पड़ने वाले मंदिर, मस्जिदों में घंटे और चादर अर्पण किए जाएंगे. बता दें कि इस दस दिवसीय आयोजन की सिर्फ 23 नवंबर को निकाली जाने वाली इनकी कलश यात्रा ही सार्वजनिक होगी, क्योंकि यात्रा नगर में भ्रमण करेगी. वहीं सभी आयोजन गुप्त हैं.
अब समाज में हीनद्रष्टि से नहीं बल्कि सम्मान के साथ देखा जा रहा
कैटरीना किन्नर का कहना है कि भगवान ने हमारे साथ अन्याय नहीं, बल्कि न्याय किया. हमें वरदान दिया है और इतना सबल किया है कि हम समाज की खुशहाली, जनता की भलाई के लिए वरदान और आशीर्वाद देते हैं. हमारी दुआएं काम करती है. कैटरीना का कहना है कि भगवान ने हमें जीवन समाज के लिए दिया है. हमे अर्धनारीश्वर का रूप दिया है. ये खुश है कि अब इन्हें समाज मे हीनद्रष्टि से नहीं बल्कि सम्मान और अपनेपन के साथ देखा जा रहा है.
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किन्नर काजल चौधरी कहती है कि हमारे समाज की भी कुछ परंपरा है. हमारे समाज में एक यज्ञ का विधान है जो सुहागनें करती है. यही वजह है कि हम अपने मनपसंद ईश्वर से शादी कर उन्हें पति मानते हैं. यही कारण है कि हमें महिलाओं को सदा सुहागन रहो ऐसा आशीर्वाद देने का हक मिलता है.
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