मध्य प्रदेश के खंडवा से एक ठगी का मामला सामने आया है. खंडवा का रहने वाला एक परिवार अपने बेटे की शादी के चक्कर में एक नहीं बल्कि दो-दो बार ठगा गया है. इस परिवार के साथ शुक्रवार को ये ठगी हुई. मामला शादी की लिखा-पढ़ी के लिए कोर्ट तक पहुंच गया लेकिन इस बार भी ठगों ने इस परिवार के अरमानों पर पानी फेर दिया और 50 हजार रुपये ठग लिये.
खंडवा के जामलीकला गांव के रहने वाले इस परिवार के मुखिया लिंबाजी गणपत अपने बेटे शिवा गणपत की शादी के लिए चिंतित थे कई रिश्ते देखने के बाद भी अभी तक इनके लड़के शिवा की शादी नहीं हुई थी. शादी के लिए लड़की तलाश करने के दौरान ये लोग राईखड़ी गांव के रहने वाले संतोष गवली और उसके बेटे धनराज के संपर्क में आए. इन्होंने शिवा के लिए अच्छा रिश्ता बताने की बात कही तब इन दोनों ठगों ने एक अनाथ लड़की से रिश्ता कराने का भरोसा दिया. इन्होंने इस अनाथ लड़की कमला से शिवा और लिंबाजी को मिलवा दिया. संतोष गवली ने गणपत परिवार से कहा कि लड़की अनाथ है शादी के लिए आपको कुछ पैसे देने होंगे जिसके बाद गणपत परिवार ने कमला को शादी के कपड़े और गहने दिलवा दिए.
संतोष गवली ने 2 से 3 दिन के बाद कोर्ट मैरिज करने की बात कही, जिसके बाद गणपत परिवार शुक्रवार को खंडवा की जिला कोर्ट पहुंच गया. कोर्ट में संतोष गवली और उसका बेटा भी मौजूद था. कोर्ट में शादी के लिए दस्तावेज बतौर कमला से आधार कार्ड मांगा गया तो कमला ने अपना आधार कार्ड देने से मना कर दिया और मौका देखते हुए बाथरूम जाने का बहाना करके वहां से निकल गई. संतोष और धनराज भी चकमा देकर गायब हो गए. कुछ देर बाद शहर से कुछ ही दूरी पर कमला, धनराज के साथ ऑटो में बैठी दिखाई दी. तीनों को ऑटो से उतारकर कोतवाली ले जाया गया और इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया.
ये भी पढ़ें : नशे में धुत जीजा ने रात में की साली से छेड़छाड़, साले ने रोका तो उसके सिर में मारी ईंट
शादीशुदा निकली महिलाशादी करवाने के नाम पर दलाल लिंबाजी गणपत से कई बार पैसे ले चुका था. इस मामले में कोतवाली थाना प्रभारी बलराम राठौड़ ने बताया कि दूल्हे के परिजनों की रिपोर्ट पर धारा 420, 406, 34 में मुकदमा पंजीकृत किया गया है. आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और माननीय कोर्ट में पेश किया जायेगा. संतोष गवली पुलिस की पहुंच से दूर है, पुलिस उसे पकड़ने की कोशिश में लगी हुई है. ये ठग महिला कमला पहले से ही शादीशुदा है और ये सिवनी की रहने वाली है जिसे ठगों ने अनाथ बताया था.