
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के जबलपुर के बरगी बांध में लगातार बढ़ते जलस्तर को नियंत्रित करने आज 6 जुलाई को दोपहर 12 बजे करीब 1 लाख 76 हजार 575 क्यूसेक (5 हजार क्यूमेक) पानी छोड़ा जाएगा. रानी अवंति बाई लोधी सागर परियोजना प्रशासन ने अलर्ट जारी कर नर्मदा तट और घाटों पर जाने से बचने और सुरक्षित दूरी बनाए रखने की अपील की है.
कल आई थी कमीं
परियोजना प्रशासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार सुबह 8 बजे बरगी बांध का जलस्तर 416.10 मीटर दर्ज किया गया था और इस दौरान करीब 1 लाख 99 हजार 883 क्यूसेक बारिश का पानी बांध में प्रवेश कर रहा था. शनिवार शाम 6 बजे तक जल आवक में थोड़ी कमी आई और जलस्तर 416.65 मीटर पहुंचा. इस समय बांध में लगभग 1 लाख 14 हजार 067 क्यूसेक (3 हजार 230 क्यूमेक) पानी की आवक बनी हुई थी.
जलस्तर में वृद्धि को देख लिया है निर्णय
कार्यपालन यंत्री राजेश सिंह गौंड ने बताया कि बरगी बांध का पूर्ण जलभराव स्तर 422.76 मीटर है. ऑपरेशनल मैन्युअल के अनुसार 31 जुलाई तक बांध का जलस्तर 417.50 मीटर बनाए रखने का लक्ष्य है. जलस्तर में लगातार वृद्धि को देखते हुए बांध से पानी छोड़ने का निर्णय लिया गया है. पानी छोड़े जाने से नर्मदा नदी के जलस्तर में 4 से 5 फीट तक बढ़ोतरी होगी, जिससे निचले क्षेत्रों में जलभराव की संभावना बढ़ जाएगी.
कार्यपालन यंत्री ने निचले क्षेत्र के निवासियों से सतर्क रहने और डूब क्षेत्र में न जाने की अपील की है.उन्होंने यह भी कहा कि बारिश और जल आवक की स्थिति के अनुसार जल निकासी की मात्रा को कभी भी बढ़ाया या घटाया जा सकता है.
परियोजना प्रशासन ने निवासियों से आग्रह किया है कि वे घाटों और नदी किनारे पर अनावश्यक रूप से न जाएं और प्रशासन और आपदा प्रबंधन दल के दिशा-निर्देशों का पालन करें ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति से बचा जा सके.
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