MP News: धार की बेटियों ने किया कमाल, बहरीन यूनिवर्सिटी में दिया ऐसा आइडिया कि सब रह गए हैरान!

Dhar News: धार जिले के बेटिंया अंजली और श्रद्धा शर्मा ने हाल ही में यूनिवर्सिटी ऑफ बहरीन द्वारा आयोजित सेमिनार में एनर्जी पॉज़िटिव बिल्डिंग विषय पर प्रेजेंटेशन दिया, जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खूब सराहा गया, इस सेमिनार में क्या कुछ हुआ आइए जानते हैं.

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Pride of MP: धार जिले (Dhar District) में पदस्थ देश की बेटी ने अमेरिका (America) में काम करने वाली बहन के साथ मिलकर अपने आइडियाज से विदेशों में भी धूम मचा दी है. सरदारपुर के इलेक्ट्रिसिटी कंपनी में बतौर इंजीनियर अंजली और श्रद्धा शर्मा ने पारंपरिक भारतीय वास्तुकला (Traditional Indian Architecture) और आधुनिक तकनीक (Modern Technology) को मिलाकर भवन डिज़ाइन में ऐसा बदलाव सुझाया, जिससे ऊर्जा की बचत के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित हो सकता है. उनके विचार और समाधान विदेशों में भी खूब सराहे गए हैं.

विदेशी हुए हैरान

अंजली ओर श्रद्धा ने पाया कि ऊर्जा की खपत का बड़ा हिस्सा एयर कंडीशनिंग लाइटिंग और हीटिंग में चला जाता है. उन्होंने यह महसूस किया कि पारंपरिक भारतीय भवन डिज़ाइन जाली चौबारा और आंगन न केवल सुंदरता प्रदान करते थे बल्कि प्राकृतिक वेंटिलेशन और ठंडक का बेहतरीन उपाय थे. इन परंपरागत डिज़ाइनों को आधुनिक तरीकों और तकनीकों के साथ जोड़ते हुए उन्होंने ऊर्जा कुशल भवन डिज़ाइन का एक मॉडल विकसित किया. इससे ये संभव होगा कि बिल्डिंग स्वयं अपनी जरूरत से अधिक ऊर्जा का उत्पादन लें.

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प्रजेंटेशन में क्या कहा?

प्रजेंटेशन में बताया कि भवन में रहने वालों को रोशनी वातानुकूलन आदि के लिए परंपरागत विद्युत ऊर्जा के स्त्रोतों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा. प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि एनर्जी पॉजिटिव बिल्डिंग वह इमारत होती है, जो अपने संचालन के दौरान आवश्यकता से अधिक ऊर्जा उत्पन्न करती है. इसे नेट पॉजिटिव एनर्जी बिल्डिंग भी कहा जाता है. इन इमारतों का मुख्य उद्देश्य ऊर्जा की बचत करना और नवीकरणीय ऊर्जा का अधिकतम उपयोग करना है. इसमें सूर्य की रोशनी से ऊर्जा उत्पन्न करना हवा से विद्युत ऊर्जा उत्पन्न करना भूमिगत ताप ऊर्जा का उपयोग शामिल है.

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सरदारपुर में पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में बतौर कार्यपालन यंत्री पदस्थ अंजली शर्मा ने चर्चा के दौरान इस कॉन्सेप्ट के बारे में बताया कि मैंने मेरी बहन श्रद्धा के साथ जो अमेरिका में यूनिवर्सिटी ऑफ़ कांस्ट्यूशिएट में सीनियर डेटा साइंटिस्ट एनर्जी के पद पर कार्यरत हैं, ये प्रेजेंटेशन तैयार किया है इसके अलावा ऊर्जा संरक्षण के लिए उच्च गुणवत्ता वाली इन्सुलेशन सामग्री का प्रयोग ऊर्जा-कुशल उपकरण और एलईडी लाइटिंग वेंटिलेशन सिस्टम का अनुकूलन आदि कार्य शामिल हैं. साथ ही ऐसी डिज़ाइन अपनाना जो प्राकृतिक रोशनी और वेंटिलेशन को बढ़ावा देती है.

अंजली शर्मा ने बताया कि स्मार्ट ग्रिड और बैटरी सिस्टम और ऊर्जा मॉनिटरिंग और कंट्रोल सिस्टम के ज़रिए ऊर्जा प्रबंधन के बारे में बताया गया. इन बिल्डिंग के निर्माण से ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन का कम होना बिजली बिल में कमी बेहतर वायु गुणवत्ता और प्राकृतिक प्रकाश से स्वास्थ्य में सुधार स्थिरता और ऊर्जा कुशल जीवनशैली को बढ़ावा के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है. एनर्जी पॉजिटिव बिल्डिंग्स भविष्य की जरूरत हैं यह न केवल ऊर्जा की बचत करती हैं बल्कि पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास में भी योगदान देती हैं. भारत जैसे देशों में इनका प्रसार पर्यावरणीय और आर्थिक स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है भारतीय परंपराएं और आधुनिक तकनीक का मेल न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी क्रांति ला सकता है.

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