MP News : जीतू यादव विवाद मामले की जांच के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने SIT गठित कर दी. अब इंदौर के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 2 के पार्षद कमलेश कालरा और जीतू यादव के बीच हुए विवाद मामले की जांच SIT की टीम करेगी. बता दें, बीते दिन पार्षद कमलेश कालरा ने पार्षद जीतू यादव पर गंभीर आरोप लगाया था. वहीं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए बड़ी कार्रवाई का आदेश दिया था.
पार्टी के कड़े रुख के बाद दे दिया था इस्तीफा
विवाद के बाद पार्टी के कड़े रुख और फटकार के चलते जीतू यादव ने बीजेपी और महापौर परिषद से इस्तीफा दे दिया था. जीतू यादव ने वीडी शर्मा को इस्तीफा पत्र लिखा था. पत्र में कहा कहा था, "मैं भाजपा का समर्पित और अनुशासित सिपाही हूं. मेरा, मेरे परिवार और अनुसूचित जाति के मेरे जाटव समाज का पार्टी से अटूट रिश्ता है.... इंदौर में पार्टी के एक साथी पार्षद के परिजनों के साथ हुई दुखद घटना में मेरा नाम घसीटकर पार्टी को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है... यादव ने आगे लिखा, 'इस मामले में निर्दोष साबित होने तक सभी पदों से त्याग पत्र देता हूं".
जानें क्या था पूरा मामला
बता दें, पूर्व में जीतू यादव ने कालरा के खातीवाला टैंक स्थित निवास पहुंचकर 50-60 असामाजिक तत्वों के साथ उनके परिवार जनों के साथ बदसलूकी की थी. इन्हीं लोगों में से कुछ ने भाजपा पार्षद कमलेश कालरा के बेटे को निर्वस्त्र कर उसका वीडियो भी बनाया था. इस घटना के बाद जीतू यादव पर कमलेश कालरा के बेटे को बदमाशों से मारपीट करवाने का आरोप लगा था.
ये भी पढ़ें- महिला के पेट में था 9 किलो का ट्यूमर, पेट दर्द और यूरिन की थी प्रॉब्लम, ऑपरेशन से बची जान