मिनी मुंबई के नाम से मशहूर प्रदेश का इंदौर शहर अपनी स्वच्छता और जल प्रबंधन के लिए मशहूर है, लेकिन अब वायु गुणवत्ता में सुधार में भी इंदौर नंबर वन हो गया हैं. इतना ही नहीं, इंदौर अब प्रधानमंत्री मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट भिक्षा वृत्ति मुक्त भारत के लिए शहर में अभियान शुरू किया है, जिससे जल्द ही इंदौर भिक्षावृत्ति मुक्त शहर के रूप में शुमार हो जाएगा.
वायु गुणवत्ता की निगरानी के लिए शहर में लगाए गए 4 नए मॉनीटरिंग स्टेशन
गौरतलब है इंदौर में लगाए गए नए मॉनिटरिंग स्टेशन्स का डेटा पूरे शहर की सही तस्वीर पेश कर रहा है और यह शहर की एयर क्वालिटी सुरक्षित स्तर तक सुधारने में वैज्ञानिकों और नीति निर्माताओं के मदद कर रहा है. यही कारण है कि इंदौर शहर पर एयर क्लालिटी इंडेक्स में अव्वल आ सका है.
शहर में स्वच्छ हवा के लिए लगातार नए नवाचार कर रहा है इंदौर नगर निगम
इंदौर महापौर पुष्मित भार्गव ने बताया कि देश में एयर क्वालिटी इंडेक्स इंप्रूव करने में भी इंदौर नंबर वन आया है. उन्होंने बताया कि हाल के वर्षों में शहर में स्वच्छ हवा के लिए ऐसे प्रयासों और उपलब्धियों में भी नए नवाचार कर रहा है. शहर के विस्तार और विकास के साथ-साथ नए उन्नत वायु गुणवत्ता निगरानी केद्रों का जुड़ना नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है.
इंदौर शहर में अब कुल 8 एक्यूएम स्टेशंस करेंगे एयर क्लालिटी की मॉनीटरिंग
नगर निगम के चार नए स्टेशनों के अलावा पहले से एक स्टेशन प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और साइंटिफिक रिसर्च के लिए क्लीन एयर कैटलिस्ट के तीन स्टेशंन हैं. यानी अब कुल आठ एक्यूएम स्टेशंस हैं शहर की एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं. आने वाले वर्षों के स्वच्छ वायु सर्वेक्षणों में एक बार फिर सिरमौर बने रहने में इनसे मदद मिलेगी.