
Indore ki khabar : एक छोटी सी बात पर इतना बड़ा विवाद. आपको सुनकर भी तोड़ा हैरानी होगी. दरअसल, इंदौर के परदेशीपुरा थाना क्षेत्र में होली के दिन रंग के एक गुब्बारे से शुरू हुआ मामूली विवाद बड़ा हंगामा बन गया था. विवाद इतना गरमाया की बड़ी संख्या में वकील परदेशीपुरा थाने पहुंचे और प्रदर्शन किया. इसके बाद हाई कोर्ट चौराहे पर चक्का जाम भी किया गया. हाई कोर्ट पर चले 2 घंटे लंबे चक्का जाम में भीड़ ने वहां से गुजरते लोगों के साथ भी मारपीट की तो वहीं, उस क्षेत्र के टीआई जितेंद्र यादव के साथ भी मारपीट की.
दोनों पक्षों ने ऐसे जताया विरोध
शनिवार को हुए विवाद के बाद वकीलों का कहना था कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी जाएगी तो दोबारा सोमवार को उनके द्वारा प्रदर्शन किया जाएगा. हालांकि आज दिनभर शांति रही. दोनों पक्षों ने यह विवाद सोशल मीडिया पर काली और बैंड की डीपी लगाकर की.सोमवार सुबह से ही 8 थानों का पुलिस बल पुराने एसपी ऑफिस पर तैनात रहा.
'एफआईआर दर्ज की जाएगी'
मीडिया से बातचीत में हंसराज सिंह डीसीपी ने बताया- "जो भी वीडियो सामने है उसके आधार पर कार्रवाई की जा रही है. इसी के साथ अभी तक एक शासकीय कार्य में बाधा डालने पर एफआईआर दर्ज है. तो वहीं, दो एफआईआर जनमानस द्वारा की गई है. वीडियो में जितने लोग दिख रहे हैं उनकी पहचान कर उन पर एफआईआर दर्ज की जाएगी. प्रजातंत्र में संवैधानिक तरीके से सभी को अपना पक्ष रखने का अधिकार है. आज सुबह से पुलिस बल की तैनाती इंदौर में शांति व्यवस्था कायम बनाए रखने के लिए की गई है."
क्या थी वकीलों की मांग
1) अर्पण जैन से मारपीट गलत थी, आरोपियों को सजा मिले
2) वकीलों द्वारा एफआई.आर की कोशिश की गई पर पुलिस ने नहीं सुना, वकीलों का कहना है कोई सुनवाई करने मौजूद नहीं था.
3) वकीलों के प्रोटेक्शन एक्ट की मांग जो लंबे समय से चलती आई है.
4) तुकोगंज पर जो वकीलों पर एफ.आई.आर हुई वह गलत..उसे निरस्त किया जाए
5) चक्का जाम के समय पास ही एस.पी ऑफिस था, तब भी कोई वरिष्ठ अधिकारी नहीं आए, जो की गलत था.
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