
Holi Festivel 2025: होली का त्योहार पूरे देश में 14 तारीख को मनाया जा रहा है, लेकिन मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में होली का त्योहार की शुरूआत फाग गायन से शुरू हो चुकी है. होली से एक सप्ताह पहले शुरू होने वाले फाग गायन में पारंपरिक रूप से यदुवंशी समाज के लोग शामिल होते हैं और महिलाओं के वेश में ढोल व मंजीरे की थाप पर नृत्य करते हैं.
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सप्ताह भर पहले ही बैतूल में बिखरने लगते हैं फाग के रंग
लगभग 2000 आबादी वाली यदुवंशी समाज की बस्ती में होली त्योहार के सप्ताह भर पहले फाग का रंग लोगों पर चढ़ जाता है. पारंपरिक रीति-रिवाजों को संजोए यदुवंशी समाज पूरे झुंड में पारंपरिक फाग गायन का आयोजन प्रत्येक शाम को करते हैं., जहां ढोलक, झाल और मंजीरों की धुन पर महिला के वेश में पुरुष नृत्य करते हैं.
महिला के वेश में भगवान राम से लेकर कृष्ण जन्म की लीलाएं गाते हैं
फाग गायन में नृत्य करने वाले पुरुष महिलाओं के वेश में भगवान राम के जन्म से लेकर कृष्ण जन्म की लीलाएं करते हुए उनके धार्मिक चरित्र गाते हैं. हालांकि आधुनिकता की दौड़ में नई पीढ़ी की रुचि फाग गायन में कम हो गई है, लेकिन आज भी यदुवंशी समाज के लोगों ने इसे जीवंत बनाए रखने के लिए प्रयासरत हैं.
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