MP News: मध्य प्रदेश में हरदा जिला कलेक्टर आईएएस अधिकारी सिद्धार्थ जैन (Harda Collector IAS Siddharth Jain) की पत्नी सलोनी जैन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में वे बेटियों के सुरक्षित भविष्य को लेकर सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana / SSY India) के तहत निवेश करने की सलाह देती नजर आ रही हैं.
सलोनी जैन का कहना है कि सुकन्या समृद्धि योजना बेटियों की पढ़ाई और भविष्य की जरूरतों के लिए एक मजबूत आर्थिक आधार बन सकती है. वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं. लोग उनकी सोच और जागरूकता की तारीफ कर रहे हैं.
51 सेकंड के वायरल वीडियो में अपनी असल जिंदगी का अनुभव शेयर करते हुए उन्होंने कहा कि ''नमस्ते मेरा नाम सलोनी जैन है. मैं हरदा जिला कलेक्टर सिद्धार्थ जैन की धर्मपत्नी हूं. पिछले सप्ताह में मैं अपने बच्चों का पासपोर्ट बनवाने के लिए होशंगाबाद गई थी. उसी प्रक्रिया के दौरान मेरी मुलाकात अमित व्यास जी से हुई. उन्होंने मुझे सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में अवगत करवाया.''
सलोनी जैन ने आगे कहा कि अमित व्यास से उन्हें पता लगा कि सुकन्या समृद्धि योजना के क्या लाभ हैं? इसकी क्या पात्रता है? साथ ही यह जानकारी मिली कि हरदा जिले में यह अभियान भी चल रहा है. उसी अभियान के तहत अपनी बिटिया के सुकन्या समृद्धि योजना में खाता खुलवाया. उन्होंने हरदावासियों से भी अपील की सभी पात्र बच्चियों का योजना के तहत खाता जरूर खुलवाना चाहिए. ताकि उनका भविष्य उज्ज्वल बने और वे आर्थिक रूप से सुरक्षित रहें.
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) क्या है?
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) की शुरुआत भारत सरकार ने 22 जनवरी, 2015 को की थी. यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान के तहत शुरू की गई थी. इसका मुख्य उद्देश्य बालिकाओं के भविष्य के लिए बचत को प्रोत्साहित करना और उन्हें शिक्षा और विवाह के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है.
यह योजना सभी डाकघरों और अधिकृत बैंकों में उपलब्ध है, और इसके तहत माता-पिता या अभिभावक अपनी बेटी के नाम खाता खोलकर नियमित जमा के माध्यम से भविष्य की आर्थिक तैयारियों को सुनिश्चित कर सकते हैं.
योजना की मुख्य विशेषताएं
- खाता खुलवाने की आयु: जन्म से लेकर 10 साल तक की बालिकाओं के नाम.
- खाता संचालन: प्रारंभ में अभिभावक द्वारा, 18 साल की उम्र के बाद बालिका स्वयं.
- न्यूनतम प्रारंभिक जमा: ₹250 (सालाना न्यूनतम जमा ₹250).
- अधिकतम वार्षिक जमा: ₹1.5 लाख.
- ब्याज दर: अप्रैल 2020 के बाद 7.6% प्रति वर्ष.
- खाता अवधि: 21 साल, या बेटी की शादी (कम से कम 18 साल की उम्र) के समय.
- निकासी: 18 साल की उम्र या 10वीं पास होने के बाद शिक्षा के खर्चों के लिए 50% तक राशि निकालने की सुविधा.
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