Harda News: हरदा ब्लास्ट पीड़ितों (Harda Blast Victims) की मांग को लेकर हरदा सर्व समाज ने सोमवार को हरदा बंद (Harda Strike) का ऐलान किया. इस दौरान हरदा का मुख्य बाजार, घंटाघर, किराना बाजार, सराफा बाजार और कपड़ा मार्केट पूरी तरह से बंद रहा. साथ ही शहर के अन्य इलाकों में भी इसका मिलाजुला असर देखने को मिला.
दरअसल, यहां हरदा ब्लास्ट पीड़ितों और सर्व समाज की ओर से पिछले चार दिनों से अनिश्चितकालीन धरना चल रहा है, जिसमें 12 लोग भूख हड़ताल भी कर रहे हैं. हड़ताल के तीसरे दिन तीन महिलाओं की तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें हरदा हॉस्पिटल (Harda Hospital) में भर्ती किया गया था.
ये हैं सर्व समाज की मांग
पटाखा फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट के प्रभावितों की मांग है कि इस घटना के मृतकों के परिजनों को 15 लाख और घायलों को 5 लाख का मुआवजा दिया जाए. साथ ही ब्लास्ट में जो मकान टूट गए हैं, उनका बाजार मूल्य से मूल्यांकन कर मुआवजा दिया जाए. सरकार ने अब तक घायल लोगों को सिर्फ 5 हजार की राशि दी है. साथ ही जिन प्रभावितों के मकान टूटे हैं उन्हें सिर्फ एक लाख 25 हजार की राशि दी गई है.
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पटाखा फैक्ट्री में हुआ था भयानक ब्लास्ट
हरदा में पिछले दिनों पटाखा फैक्ट्री में जबरदस्त ब्लास्ट हो गया था. इसमें प्रभावित लोगों और पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग को लेकर हरदा के सर्व समाज ने हरदा के मुख्य बाजार चौक पर 23 फरवरी से धरना शुरू किया था, जो अब भी जारी है. धरना स्थल पर 12 लोग भूख हड़ताल पर भी बैठे हैं. सभी का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती है, तब तक भूख हड़ताल जारी रहेगी. इनकी शिकायत है कि प्रभावितों को सही मुआवजा नहीं दिया गया है.
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