Madhya Pradesh Rape Case: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में तहसीलदार पर एक महिला ने रेप के आरोप लगाए हैं. महिला का कहना है कि तहसीलदार ने 17 सालों तक उसके साथ रेप किया है और दूसरों से भी करवाया. इस शिकायत के बाद हड़कंप मच गया है. महिला का दावा है कि तहसीलदार से उसे एक बेटा हुआ है. उसका डीएनए टेस्ट भी करवा सकते हैं.
ये है मामला
ग्वालियर जिले की भितरवार तहसील में पदस्थ तहसीलदार शत्रुघ्न सिंह चौहान पर एक बार फिर यौन शोषण का गंभीर आरोप लगा है. एक महिला ने कलेक्टर,एसपी क़े साथ महिला थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि तहसीलदार ने उससे शादी का वादा कर 17 साल तक इस शारीरिक संबंध बनाए रखे.
लेकिन इसके बाद उन्होंने अन्य युवकों को भी घर में लाकर उसके साथ दुष्कर्म कराया तो वह परेशान हो गई. महिला के आरोप के बाद प्रशासन मे हड़कंप मच गया. कलेक्टर ने आनन फानन में अचानक शत्रुघ्न सिंह चौहान को भितरवार तहसीलदार के पद से हटाकर कार्यालय भू राजस्व ग्वालियर में पदस्थ कर दिया. लेकिन कोई इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.
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पीड़िता ने शिकायत में कहा क़ि वह वर्तमान में ग्वालियर स्थित थाटीपुर में निवास करती है. महिला ने बताया कि वह भिंड की रहने वाली है. साल 2006 में उसकी शादी हुई थी. 2 साल के बाद उसके पति का देहांत हो गया था. साल 2008 में शत्रुघ्न सिंह चौहान का उसके जेठ के पास आना-जाना था. महिला का यह भी दावा है कि जब वह तहसीलदार क़े लिए सलेक्ट नहीं हुए थे और उनका रेत का धंधा था. उसके बाद उन्होंने मेरे जेठ को धंधे का फायदा पहुंचाकर मेरा भरोसा हासिल कर लिया. अपने शादीशुदा होने की बात छुपा कर मुझसे शादी का वादा कर शारीरिक संबंध बनाते रहे.
इसके बाद उनकी जहां-जहां पोस्टिंग हुई उन्होंने वहां अपने साथ रखा और अवैध संबंध बनाए रखे.मेरा सारा खर्चा भी वही उठाते थे.महिला ने ये भी बताया कि जब वह गर्भवती हुई तो जबरन गर्भपात कराया गया.साल 2013 में उनसे मुझे एक बेटे का जन्म हुआ जिसका डीएनए टेस्ट कभी भी करा सकते हैं.
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कोर्ट की शरण में जाएगी
महिला ने यह भी आरोप लगाया गया है कि शत्रुघ्न सिंह चौहान ने अब तक चार शादियां की है. जिसक़े सारे सबूत उनके पास हैं. महिला ने इसकी शिकायत जिला कलेक्टर कार्यालय,पुलिस अधीक्षक कार्यालय और महिला थाने में दर्ज कराई है. महिला का साफ तौर पर कहना है कि यदि अगर पुलिस उनकी नहीं सुनेगी तो वह कोर्ट की शरण में जाएगी.
इस मामले मे प्रशासन से लेकर पुलिस अफसर तक चुप्पी साधे हुए हैं.पुलिस अधीक्षक का कहना है कि अभी यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है.हो सकता है कि ऑफिस में आकर कोई आवेदन दिया हो लेकिन मेरी जानकारी में नहीं है.इस बीच पीड़िता शनिवार को एक बार फिर से महिला थाने पहुंची और दोषी क़े खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई.
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