Gwalior Murder: ग्वालियर पुलिस द्वारा 7 नवम्बर को डबरा में घर के दरवाजे पर टहलते समय बाइक पर सवार होकर आए दो बदमाशों द्वारा फिल्मी स्टाइल में गोली मारकर की गई नृशंस हत्या की गुत्थी सुलझा ली है. यह हत्या पंजाब से आये शार्प शूटरों द्वारा की गई थी. ग्वालियर पुलिस के इनपुट पर और सहयोग से फरीदकोट पुलिस द्वारा किये गए एक ऑपरेशन में दोनो शूटर को खरड से अरेस्ट कर लिया. इनसे अत्याधुनिक हथियार भी बरामद कर लिए गए है. इनका सम्बन्ध मोस्ट वांटेड अर्शदीप दल्ला से माना जा रहा है. पुलिस इसको लेकर लगातार पूछताछ कर रही है.
इसका खुलासा करते हुए ग्वालियर के एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि 7 नबम्बर को डबरा क्षेत्र में आजीवन कारावास की सज़ा पाए युवक की हत्या की जो घटना हुई थी वह पुलिस के लिये बड़ी चुनौती थी. परिजनों द्वारा सतपाल और सतपाल के पिता पर संदेह जताया गया था. प्रारम्भिक तौर पर जो वजह सामने आई वह यही थी कि 2016 में मृतक जसवंत सिंह गिल द्वारा हत्या की गई थी जिसमें उसे 2018 में आजन्म कारावास की सज़ा हुई थी. जेल से वह 15 दिन के पेरॉल पर आया था और आशंका यही थी कि उसी हत्या का बदला लेने के लिए यह हत्या करवाई गई हो.
ऐसे मिला सुराग
यादव का कहना है कि जिस तरह से हत्या की गई थी उससे लग रहा था कि वे बाहर से आये शूटर द्वारा की गई वारदात है इसलिए संभावना थी कि वे पहले यहां आए होंगे और कहीं न कही रुके होंगे. इसके मद्देनजर हमने टीम बनाकर सभी होटल, लॉज, गेस्ट हाउस के और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले गए. सारे होटल्स के सीसीटीवी फुटेज मंगाए गए. क्राइम ब्रांच की टीम इस पर काम कर रही थी. एक होटल से जानकारी मिली कि उसी हुलिया से मिलते जुलते दो युवक इस होटल में आये थे. उसके बाद इनके लिंक जोड़े और संकेत मिला कि इनका संबंध पंजाब से है इसलिये इनसे जुड़े सभी वीडियो फुटेज हमने पंजाब पुलिस को उपलब्ध कराए. वहां से पता चला कि ये दोनों आरोपी पंजाब के फरीदकोट जिले के हत्या के एक केस में वांछित थे.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हमारी टीम पहले से ही पंजाब में बदमाशों का पीछा कर रही थी इस बीच पंजाब के फरीदकोट जिला पुलिस बल ने SOG और PGTF के साथ एक बड़े साझा ऑपरेशन के बाद आरोपी अनमोल प्रीत सिंह और नवजोत प्रीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों को रिमांड पर ग्वालियर लाने के लिए टीम फरीदकोट में मौजूद है.
अर्शदीप दल्ला के कहने पर हुई हत्या?
उधर पंजाब पुलिस से जुड़े सूत्रों से पता चला कि आरोपियों ने अर्शदीप दल्ला के कहने पर पर 6 नवंबर 2024 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में जसवंत सिंह गिल की भी हत्या कर दी थी. दोनों हत्या के बाद पंजाब लौट आए, जहां उन्हें खरड़ के पास पकड़ लिया गया. उनकी गिरफ्तारी से टारगेट किलिंग के कई मामलों को रोकने में सफलता हासिल हुई है. इनके पास से दो अत्याधुनिक हथियार बरामद किये गये हैं.
6 नवंबर को हुई थी हत्या
6 नवंबर को ग्वालियर में दो आरोपियों ने जसवंत सिंह गिल की गोली मारकर हत्या कर दी थी. गिल 2016 में हुई एक हत्या के मामले में सजा काट रहा था लेकिन वक्त पैरोल पर बाहर था. इसके पहले सिख कार्यकर्ता गुरप्रीत सिंह हरि नौ की पिछले साल अक्टूबर में फरीदकोट में चार गैंगस्टरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. जांच से पता चला कि गिरफ्तार आरोपियों अनमोलप्रीत सिंह और नवजोत सिंह ने कनाडा स्थित भारत के मोस्ट वांटेड अर्शदीप दल्ला के कहने पर दोनो हत्याओं को अंजाम दिया था. पंजाब पुलिस गगनदीप सिंह हरी की हत्या में अमृतपाल सिंह की भूमिका की भी जांच कर रही है. सिंह पिछले मार्च से डिब्रूगढ़ जेल में बंद है.
यहां बता दें कि जनवरी 2023 में गृह मंत्रालय ने अर्शदीप दल्ला को आतंकवादी की सूची में डाला था. कनाडा में मारा गया आतंकी और केटीएफ प्रमुख हरदीप निज्जर अर्शदीप दल्ला को निर्देश देता था.
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