MP News In Hindi : ग्वालियर आयुर्वेद कॉलेज प्रदेश का सबसे पुराना संस्थान है. इस कॉलेज को लेकर प्रदेश के उच्च शिक्षा और आयुष मंत्री इंदर सिंह परमार ने ऐलान किया है. उन्होंने कहा, "आयुर्वेद कॉलेज का पूरी तरह री स्ट्रक्चर किया जाएगा. इसे प्रदेश के बड़े आयुर्वेद रिसर्च सेंटर के रूप में बदला जाएगा". परमार ने बड़ी घोषणा यह भी की कि अगले एक साल में आयुवेद चिकित्सको के सभी रिक्त पद भर लिए जाएंगे. रविवार को ग्वालियर पहुंचे परमार ने शासकीय आयुर्वेदिक कॉलेज पहुंचकर उसका निरीक्षण कर बैठक ली. इसके बाद मीडिया से बात करते हुए यह घोषणा की.
MP का सबसे पुराना आयुर्वेदिक कॉलेज है
परमार ने बताया कि "आज़ादी के पहले 1916 में खोला गया यह आर्युवेद कॉलेज मध्यप्रदेश का सबसे पुराना संस्थान है. इस कॉलेज की प्रतिष्ठा को स्थापित करने के लिए व्यापक बदलाव की सहमति बनी है. अभी हमारे मध्यप्रदेश में खुशीलाल आयुर्वेदिक कॉलेज भोपाल का है, जिसमें रिसर्च होता है. उसका देश मे अच्छा नाम है. हम इस महाविद्यालय को भी उसी रूप में स्थापित करने जा रहे हैं. आगे जाकर यहां भी रिसर्च की व्यवस्था होगी. रिसर्च बेस भारत का आयुर्वेद हो यह भारत का मंत्र है और उस मंत्र को आगे बढ़ाने का काम ग्वालियर के इस महाविद्यालय में होने वाला है".
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छात्रों के प्लेसमेंट पर जाने क्या बोले- मंत्री
आयुर्वेद चिकित्सा शिक्षा लेने वाले छात्रों का प्लेसमेंट नहीं हो पाता ? छात्र इसकी मांग भी करने पहुंचे. इस पर परमार ने कहा, "इस वर्ष 543 युवाओं का सिलेक्शन हुआ था और अभी और पद भरे जाना हैं. मध्यप्रदेश सरकार के पास जितने भी पद हैं, उन सबको एक साल में हम भरने जा रहे हैं. अभी तक 512 को हमने नियुक्ति पत्र दे दिए".
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