Guest Teachers of MP: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के अतिथि शिक्षक अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए थे. मंगलवार को उन्होंने हजारों की संख्या में पहुंचकर सीएम हाउस (CM House) का घेराव करने का प्रयास भी किया. उनकी परेशानी का संज्ञान लेते हुए सरकार ने प्रदेश के अतिथि शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल के साथ बुधवार को भोपाल में एक बैठक की. प्रदेश शिक्षा विभाग (Education Department) के साथ हुई इस बैठक में अतिथि शिक्षकों की कई मांगों को सरकार ने स्वीकार कर लिया. बैठक के बाद प्रतिनिधिमंडल ने एक प्रेस वार्ता आयोजित करके इसके बारे में जानकारी दी.
इन मुद्दों पर बनी बात
अतिथि शिक्षक मंडल ने जानकारी दी कि नियमितीकरण को छोड़ अन्य सभी मांगों पर लगभग सहमति बनी है. शिक्षा मंत्री से बैठक में इन मुद्दों पर बनी सहमति:
- अतिथि शिक्षकों का 10 माह का सेवाकाल/अनुबंध
- बीच सत्र में नहीं होगे बाहर रिक्त पद नहीं माना जायेगा
- स्कोर कार्ड में अनुभव के प्रति वर्ष 10 अंक और अधिकतम 15 वर्षो के 150 अंक एक समान sss1, sss2, saal जोड़े जाये पूर्व स्कोर कार्ड की तरह
- रिटायर्ड शिक्षकों की भांति स्कोर कार्ड में अनुभव अंक जोड़ा जाये
- उच्चपद प्रभार/स्थानांतरण/सीधी भर्ती हेतु /अतिशेष शिक्षको के कारण बाहर हुए अतिथि शिक्षकों को चॉइस फीलिंग में प्राथमिकता दी जावे
- संस्कृत SSS1 स्कोर कार्ड वाले अतिथि शिक्षकों को संस्कृत SSS-2 में नियुक्ति का ऑप्शन स्कोर कार्ड में अंकित हो
- सत्र 2023-24 में 30% से कम परीक्षा परिणाम देने वाले अतिथि शिक्षकों को सत्र 2024-25 में नियुक्ति के लिए एक मौका दिया जाये
- जनजातीय का भी ऑनलाइन पोर्टल बनाया जायेगा
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आगे भी करेंगे आंदोलन-अतिथि शिक्षक
प्रदेश के अतिथि शिक्षकों ने कहा कि अगर उनकी नियमितीकरण की मांग पूरी नहीं की गई, तो 2 अक्टूबर को भोपाल में दोबारा बड़ा आंदोलन करेंगे. इसको लेकर अतिथि शिक्षक संगठन के अध्यक्ष सुनील परिहार ने जानकारी दी.
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