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'घेरा डालो, डेरा डालो' आंदोलन स्थगित, CM मोहन यादव के यू-टर्न के बाद भारतीय किसान संघ ने लिया फैसला

'Ghera Dalo, Dera Dalo' Movement Postponed: लैंड पुलिंग कानून के विरोध में भारतीय किसान संघ लगातार आंदोलन कर रहा था. बावजूद मांगे नहीं मानने पर संघ ने 18 नवंबर से उज्जैन प्रशासनिक भवन पर घेरा डालो, डेरा डालो आंदोलन की घोषणा की थी. 

'घेरा डालो, डेरा डालो' आंदोलन स्थगित, CM मोहन यादव के यू-टर्न के बाद भारतीय किसान संघ ने लिया फैसला

'Ghera Dalo, Dera Dalo' Protest Postponed: भारतीय किसान संघ द्वारा 'घेरा डालो, डेरा डालो' आंदोलन को स्थगित कर दिया है. यह आंदोलन आज यानी मंगलवार से शुरू होने वाला था. यह फैसला सिंहस्थ लैंड पुलिंग एक्ट (Simhastha Land Pooling Act) को वापस लेने की घोषणा के बाद किया गया है. दरअसल, मध्य प्रदेश के उज्जैन में लैंड पुलिंग एक्ट का लगातार विरोध हो रहा था. इस विरोध को देखते हुए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सोमवार शाम कानून वापस लेने की घोषणा कर दी. वहीं इस घोषणा के बाद भारतीय किसान संघ ने भी 'घेरा डालो, डेरा डालो' आंदोलन को स्थगित कर दिया.

घेरा डालो, डेरा डालो' आंदोलन स्थगित

बता दें कि लैंड पुलिंग कानून के विरोध में भारतीय किसान संघ लगातार आंदोलन कर रहा था. बावजूद मांगे नहीं मानने पर संघ ने 18 नवंबर से उज्जैन प्रशासनिक भवन पर घेरा डालो, डेरा डालो आंदोलन की घोषणा की थी.  इसी बीच केंद्र के निर्देश के बाद सोमवार को किसान संघ के प्रदेश प्रतिनिधि मंडल सीएम यादव के बुलाने पर भोपाल पहुंचे. यहां दोनों पक्षों की बैठक हुई, जिसके बाद सरकार ने लैंड पूलिंग को निरस्त करने का निर्णय लिया. इधर,  किसान संघ ने सीएम के फैसले को स्वागत करते हुए आभार व्यक्त किया.

बैठक में ये रहे मौजूद

सीएम आवास पर हुई बैठक में किसान संघ ने अपनी मांगे रखी. सिंहस्थ का आयोजन दिव्य, भव्य और विश्वस्तरीय करने के लिए हर संभव प्रयास करने पर सहमति बनी. बैठक में सीएस अनुराग जैन, संभागायुक्त आशीष सिंह, कलेक्टर रोशन सिंह, बीजेपी अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, किसान संघ के महेश चौधरी, कमल सिंह आंजना, अतुल माहेश्वरी, लक्ष्मी नारायण पटेल, भरत बैस, रमेश दांगी,  बीजेपी नगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल, जिला कमलेश बैरवा, जगदीश पांचाल और आनंद खींची मौजूद रहे.

क्या है लैंड पुलिंग कानून

प्रदेश सरकार ने सरकारी योजनाओं के लिए जमीन अधिग्रहण करने हेतु लैंड पुलिंग का कानून बनाया. इसी के तहत सिंहस्थ के लिए  17 गांवों की 2378 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित कर आध्यात्मिक सिटी बनाने की तैयारी थी. हालांकि भारतीय किसान संगठन इसे किसान विरोधी बताते हुए पिछले सात महीने से आंदोलन कर रहा था.

किसान संघ ने रखी थी ये मांग-

  • सिंहस्थ क्षेत्र में लैंड पुलिंग एक्ट समाप्त हो.
  • उज्जैन सिंहस्थ क्षेत्र से नगर विकास योजना (TDS 8,9,10,11) लैंड पुलिंग एक्ट का गजट नोटिफिकेशन रद्द किया जाए और पूर्व की तरह सिंहस्थ आयोजित किया जाए.
  • उज्जैन में किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लिया जाए.
  • सिंहस्थ क्षेत्र में कोई भी स्थाई निर्माण न हो.

लैंड पुलिंग के विरोध में अब तक क्या-क्या हुआ?

  • 12 फरवरी 2025- तहसील स्तर पर प्रदर्शन, तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा.
  • 16 सितंबर 2025-  2000 ट्रैक्टरों की रैली, राष्ट्रीय महामंत्री मोहिनी मोहन मिश्र की उपस्थिति, रैली चिमनगंज मंडी से शुरू होकर जिला कार्यालय तक पहुंची.
  • 4 अक्टूबर 2025- मातृशक्ति द्वारा सद्बुद्धि यज्ञ, 500 महिलाओं की आहुति, बाबा महाकाल को ज्ञापन सौंपा गया.
  • 10 नवंबर 2025- ढोल-नगाड़ों के साथ विरोध प्रदर्शन, ज्ञापन विधायक और सांसद अनिल फिरोजिया को सौंपा गया, मुख्यमंत्री कार्यालय पर ज्ञापन चस्पा किया गया.

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