ऐसा कोई सगा नहीं, जिसे हमने ठगा नहीं... पूर्व महामंडलेश्वर गिरफ्तार, फ्रॉड केस दर्ज होने पर पी ली थी फिनायल

Crime News: साध्वी मंदाकिनी के खिलाफ जयपुर के महामंडलेश्वर नर्मदाशंकर ने भी 10 मई को महाकाल थाने में ठगी का केस दर्ज कराया. उनका आरोप है कि साध्वी ने पदोन्नत कर आचार्य महामंडलेश्वर बनाने का झांसा देकर करीब 12 लाख रुपए मांगे थे.

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Fraud Case Ujjain News: मध्य प्रदेश की धार्मिक व भगवान महाकाल (Mahakal Ujjain) की नगरी उज्जैन (Ujjain) में महंत (Mahant) को महामंडलेश्वर (Mahamandaleshwar) बनाने के नाम पर की गई ठगी के आरोप में पूर्व महामंडलेश्वर मंदाकिनी (Mahamandaleshwar Mandakini) उर्फ ममता जोशी (Mamta Joshi) को पुलिस (Police) ने गिरफ्तार (Arrest) कर लिया है. जयपुर (Jaipur Rajasthan) निवासी सुरेश्वरानंद गिरी की शिकायत पर उज्जैन के चिमनगंज थाने में निरंजनी अखाड़े से निष्कासित पूर्व महामंडलेश्वर मंदाकिनी और उनके सहयोगी अश्विनी चौधरी पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ था. धोखाधड़ी के केस में उलझी साध्वी मंदाकिनी को मंगलवार को अस्पताल (Hospital) से डिस्चार्ज होते ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.

कैसे आरोप लगे थे? 

साध्वी पर आठ दिन पहले एक साधु (Sadhu) ने महामंडलेश्वर बनवाने के नाम पर लाखों रुपए ठगने का आरोप लगाया था. इस पर साध्वी ने अन्य संतों पर साजिश रचने का आरोप लगाकर फिनायल पी ली थी. जिसके चलते अखाड़ा परिषद् ने उन्हें बाहर कर दिया था. इसके बाद साध्वी पर एक व्यापारी ने भी केस दर्ज करवाया था.

साध्वी मंदाकिनी पूरी उर्फ ममता जोशी पंचायती निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर थी. 6 मई को इसी अखाड़े के महंत सुरेश्वरानंद पुरी ने साध्वी के खिलाफ़ चिमनगंज थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया था. आरोप लगाया था कि साध्वी मंदाकिनी ने महामंडलेश्वर की उपाधि दिलवाने का वादा कर 15 अप्रैल को साढ़े सात लाख रुपए लिए थे. उपाधि नहीं मिलने पर राशि वापस मांगी तो साध्वी ने रुपए देने से मना कर दिया.

उसके बाद इस मामले में केस दर्ज होने पर साध्वी ने फिनायल पी लिया था. नतीजतन उन्हें जिला अस्पताल के आईसीयू में भर्ती करना पड़ा था. इस कारण पुलिस उनके बयान नहीं ले सकी थी। मंगलवार को अस्पताल से छुट्टी होते ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.

आरोप लगते ही पदवी गई

सुरेश्वरानंद मामले में केस दर्ज होते ही साध्वी मंदाकिनी ने दावा किया था कि उज्जैन में निरंजनी अखाड़ा की पहचान उन्होंने बनाई है. लेकिन अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रवींद्र पुरी को कुछ लोगों ने भड़का दिया. उन्होंने अन्य संतों पर उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया था. इसी के बाद अखाड़ा परिषद ने उन्हें महामंडलेश्वर पद से हटाकर अखाड़ा से भी निष्कासित कर दिया था.

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जयपुर में भी संत से की थी ठगी

साध्वी मंदाकिनी के खिलाफ जयपुर के महामंडलेश्वर नर्मदाशंकर ने भी 10 मई को महाकाल थाने में ठगी का केस दर्ज कराया. उनका आरोप है कि साध्वी ने पदोन्नत कर आचार्य महामंडलेश्वर बनाने का झांसा देकर करीब 12 लाख रुपए मांगे थे. 8 लाख 90 हजार रुपए उन्होंने पिछले सात महीने में किस्तों में ऑनलाइन ट्रांसफर किए थे. चिमनगंज की कारवाई के बाद महाकाल पुलिस इस मामले में साध्वी की गिरफ्तारी लेगी.

साध्वी के खिलाफ एक और शिकायत

जयपुर के एक बिजनेसमैन संदीप शर्मा जोठवाड़ा ने भी साध्वी मंदाकिनी की शिकायत अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रविंद्र पुरी से की है. जोठवाड़ा ने आरोप लगाया कि साध्वी ने उसकी कंपनी से हर्बल जूस खरीदे. उन पर अपनी फोटो वाला मां आरोग्यम मंदाकिनी का लोगो (Logo) लगाकर स्टॉक तैयार किया. पहले सामान के दाम नहीं चुकाए, फिर एक्सपायरी डेट निकलने के बाद पूरा स्टॉक कंपनी को वापस भिजवा दिया. इससे उन्हें 2 लाख रुपए का नुकसान उठाना पड़ा. बता दें कि साध्वी मंदाकिनी ने हर्बल कंपनी खोलने के लिए ऑफिस बना लिया था.

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