
MP NEWS: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एसपी ऑफिस में चपरासी की नौकरी लगवाने का झांसा देकर शहर के चार युवकों से लाखों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. नौकरी की उम्मीद में ठगे गए फरियादी अब कार्रवाई की गुहार लेकर खुद एसपी ऑफिस के चक्कर काटने को मजबूर हैं.
क्या है मामला?
ग्वालियर के यूनिवर्सिटी थाना क्षेत्र निवासी गजेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि उनकी मुलाकात ग्वालियर कलेक्ट्रेट परिसर में विनोद तिवारी नाम के एक व्यक्ति से हुई थी, जो खुद को ग्वालियर, भिंड और मुरैना के एसपी से जुड़ा हुआ बता रहा था. विनोद ने दावा किया कि वह एसपी ऑफिस में चपरासी की नौकरी लगवा सकता है.
गजेंद्र ने आरोप लगाया कि विनोद ने उनसे 3.60 लाख रुपये की मांग की, जिसमें से उन्होंने 55 हजार रुपये नकद दे दिए. इसी तरह आरोपी ने अभिषेक शर्मा, कुलदीप भदौरिया और कोक सिंह जाटव से भी अलग-अलग रकम ऐंठी. कुल मिलाकर चारों फरियादियों से 8.36 लाख रुपये वसूले गए.
14 महीने बीते, न नौकरी मिली न पैसे लौटे
गजेंद्र ने बताया कि पैसे देने के 14 महीने बीत जाने के बावजूद न तो किसी की नौकरी लगी और न ही विनोद तिवारी ने रकम लौटाई. जब उन्होंने यूनिवर्सिटी थाने में शिकायत की, तो पुलिस ने गंभीरता से कोई कार्रवाई नहीं की। मजबूरन अब सभी फरियादी एसपी ऑफिस पहुंचे और न्याय की गुहार लगाई.
डीएसपी ने दिया जांच का आश्वासन एसपी ऑफिस पहुंचे फरियादियों की शिकायत को डीएसपी हेडक्वार्टर रॉबिन जैन ने सुना और मामले की जांच कर उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है.