
Vidisha Farm Fire: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के अन्नदाता किसानों पर कभी प्राकृतिक आपदा तो कभी प्रशासनिक लापरवाही की मार पड़ रही है. इस समय प्रदेश में गेहूं की कटाई का मौसम है, लेकिन किसानों की खड़ी फसल पर एक बड़े संकट के रूप में आग का संकट मंडरा रहा है. प्रदेशभर में खड़ी फसल में आग (Fire in Crops) लगने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं और किसानों के लिए यह किसी बड़े सदमे से कम नहीं है. इसी प्रकार से विदिशा जिले में भी सैकड़ों बीघा जमीन में खड़ी फसल जलकर राख हो चुकी है.
विदिशा के किसान परेशान
एमपी के विदिशा जिले में भी अन्य जिलों की तरह सैकड़ों बीघा खड़ी फसल आग की भेंट चढ़ चुकी है. किसानों की सालभर की मेहनत चंद मिनटों में राख बन जाती है. इसी भयानक स्थिति को समझने के लिए NDTV खेतों तक पहुंची, जहां हमने जाना कि आखिर यह आग क्यों लग रही है. गर्मियों में इन तारों से उठने वाली छोटी सी भी चिंगारी खेतों में आग लगा देती है. कई बार बिजली विभाग से शिकायत की गई, लेकिन समाधान के नाम पर केवल आश्वासन ही मिला.
क्या है मुख्य कारण?
विदिशा समेत एमपी में लगातार फसलों के जलने के मामले सामने आ रहे हैं. विशेषज्ञों की मानें, तो इसका सबसे बड़ा कारण खेतों के ऊपर से गुजर रही बिजली की हाई-वोल्टेज लाइनें बताई जा रही हैं. किसानों के खेत के ऊपर से गुजरने वाली हाई टेंशन तार के कारण खेतों में खड़ी फसल आग पकड़ लेती है.
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किसान ने बताई अपनी परेशानी
किसान मुकेश यादव ने कहा, 'हमारी मेहनत एक झटके में खत्म हो गई लेकिन विद्युत मंडल ने हमारी सुनी होती तो यह हादसा न होता. 15 मिनट की आग ने हमारी जिंदगी भर की कमाई को बर्बाद कर दिया. अब सालभर कैसे गुजरेंगे, साहूकार का कर्ज कैसे चुकाएंगे, समझ नहीं आ रहा.' इसी तरह, अन्य किसान भी बताते हैं कि उनके खेतों के ऊपर से 33 केवी की लाइनें गुजरी हैं.
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