
Mhow Hinsa: महू में रविवार रात आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की शानदार जीत के बाद निकाले गए जुलूस के दौरान हुई हिंसा के मामले में अब तक 17 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इस हिंसा में 10 से अधिक लोग घायल हो गए थे, जिन्हें इंदौर के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. हालांकि, इन सभी की हालत सामान्य है. इन लोगों को मामूली चोटें बताई गई है.
महू में रविवार रात आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की शानदार जीत के बाद निकाला गया जुलूस कब नफरत में बदल गई, पता ही नहीं चला. देर रात जब यह जुलूस महू की मस्जिद के सामने से गुजर रहा था. उस वक्त वहां पर नमाज पढ़ी जा रही थी. मस्जिद के अंदर मौजूद लोगों का आरोप है उनके धार्मिक स्थल के अंदर फटाका फोड़ा गया, जिसके बाद यह पूरा विवाद चालू हुआ.
विवाद की ये वजह आई सामने
विवाद इतना बड़ा की बात पत्थरबाजी और आगजनी शुरू हो गई. घटना के बाद दोनों ही पक्षों ने एक दूसरे पर आरोप लगाया है. एक पक्ष का कहना है कि मस्जिद के अंदर पटाखे फोड़ने से हालात खराब हुए. वहीं, दूसरे पक्ष का कहना है कि मंदिर पर पत्थरबाजी की गई. हालात बेकाबू होने लगे, तब इंदौर के सभी वरिष्ठ अधिकारी देर रात महू पहुंचे. भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया. इसके साथ ही बेकाबू भीड़ को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज भी की गई. कलेक्टर आशीष सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वीडियो के आधार पर लोगों की पहचान की जा रही है और उन सभी असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई होगी, जिन्होंने शहर की शांति भंग की है.
छावनी में तब्दील हुआ शहर
अगले दिन सुबह पुरा शहर शांत था, दुकानएं बंद थी और लोग अपनी टूटी फूटी गाड़ियां, ठेले और जले हुए दुकान और घर देख रहे थे. दोनों पक्षों को भारी नुकसान हुआ था. शहर छावनी में तब्दील हो गया. पुलिस रविवार रात से ही तैनात है और लगातार गश्त कर रही है.
17 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
इस हिंसा के मामले में अभी तक तकरीबन 17 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. 10 से अधिक लोग घायल है, जिन्हें इंदौर के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. हालांकि, इन सभी को मामूली चोटे बताई गई है.
एक बार फिर हुई हिंसा भड़काने की कोशिश
सोमवार से ही शहर में शांति थी, हालांकि, सोमवार रात तकरीबन 12:00 बजे प्रताप बाल मंदिर के पास मौजूद चाट चौपाटी में खड़े तीन ठेलों में एक बार फिर से आग लगा दी गई. मामले बढ़े इसके पहले ही आसपास के रहवासियों ने पानी डाल कर आग बुझा दी. वहीं, बीती रात एक बर फिर महू के हालात बिगड़ने की कोशिश की गई. अब पुलिस जांच कर आरोपियों को तलाश में जुट गई है.
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बहरहाल अभी महू पुलिस ने फरमान जारी कर सोशल मीडिया पर हिंसा भड़काने या उकसाने वाले किसी भी तरह का मैसेज पोस्ट करने पर रोक लगा दी है. पुलिस लगातार सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नजर बनाए हुई है, जिसमें आपत्तिजनक कॉमेंट करने वालों पर तत्काल की जा रही कार्रवाई है.
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