
Badwani News: बड़वानी जिले के राजपुर तहसील के लिंबाई और आसपास के गांवों में दो बच्चों को अपना शिकार बना चुकी मादा तेंदुआ आखिरकार वन विभाग के पिंजरे में कैद हो गई. कुछ दिन पहले इस तेंदुए ने 7 साल की मासूम बच्ची को उसके घर के आंगन से उठा लिया था. इसके बाद से पूरे इलाके में दहशत का माहौल था.
दरअसल, दो बच्चों के शिकार के बाद वन विभाग की टीमें तेंदुए को पकड़ने के लिए लगातार सर्च अभियान चला रहीं थी. तेंदुए की तलाश में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे और पिंजरे लगाए थे. कई बार तेंदुए को पिंजरे के आसपास सीसीटीवी कैमरों में देखा गया, वो जाल में नहीं फंसा. मंगलवार को तलाशी अभियान के दौरान उसके पंजों के ताजे निशान मिलने के बाद टीम ने फिर पिंजरा लगाया. शाम को तेंदुआ उसमें कैद हो गई. वन विभाग की टीम ने मादा तेंदुए के साथ उसके शावकों को भी रेस्क्यू किया है। सभी को भोपाल वन विहार में रखा जाएगा.
लोगों ने राहत की सांस ली
वन विभाग अधिकारी ने बताया कि तेंदुए की तलाश में लगातार सर्चिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा था. ड्रोन, डॉग स्क्वाड, सीसीटीवी कैमरे और 100 से ज्यादा कर्मचारी रेस्क्यू अभियान में लगे थे.अब तेंदुए और उसके शावकों को रेस्क्यू कर लिया गया है, उन्हें भोपाल शिफ्ट किया जा रहा है. इस अभियान में मुख्य वन संरक्षक खंडवा के निर्देशन में बड़वानी वन मंडल की टीम, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व, इंदौर और उज्जैन की रेस्क्यू टीमों ने मिलकर काम किया. करीब 6 पिंजरे, 3 ड्रोन और 3 सीसीटीवी कैमरों की मदद से यह ऑपरेशन सफल हुआ. तेंदुए को रेस्क्यू होने के बाद गांव के लोगों ने राहत की सांस ली है.
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