
Fake Fertilizers: केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने संसदीय क्षेत्र सीहोर के किसान भाइयों-बहनों को खाद की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के संबंध में आज सीहोर कलेक्टर कार्यालय में एक उच्चस्तरीय बैठक ली. बैठक में शिवराज सिंह ने निर्देश दिए कि किसानों को कहीं कोई दिक्कत नहीं होना चाहिए, खाद सबको मिलना चाहिए. उन्होंने बैठक में वर्चुअल जुड़े केंद्र सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग और उर्वरक मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही भोपाल से जुड़े राज्य सरकार के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे उर्वरक कंपनियों से समन्वय कर समान रूप से खाद वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित करें.
रबी की फसल के लिए हमारे किसान भाइयों को सुविधापूर्वक खाद उपलब्ध हो, इसके लिए आज एक महत्वपूर्ण बैठक में कार्य योजना बनाई है।
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) October 21, 2025
NPK हो, DAP हो या यूरिया हो सबकी उपलब्धता की भी आज समीक्षा की है। खाद की आवश्यकता और उपलब्धता का आकलन और उसके वितरण संबंधी व्यवस्था के संबंध में अधिकारियों… pic.twitter.com/xXlBjJFJvk
डीएपी के अतिरिक्त रैक
शिवराज सिंह ने सीहोर के लिए डीएपी के अतिरिक्त रैक दिलवाने के लिए मंत्रालय स्तर पर फॉलोअप करने को भी कहा, साथ ही रबी की बोवनी अच्छी तरह से संपन्न करने के लिए शिवराज सिंह चौहान ने किसानों को टोकन नंबर देने के साथ ही किसानों के बैठने और पेयजल आदि की सुविधाएं वितरण केंद्रों पर उपलब्ध करवाने के लिए भी दिशा-निर्देश दिए.
शिवराज सिंह ने पारदर्शी व्यवस्था बनाने के उद्देश्य से खाद बुलेटिन प्रतिदिन मीडिया, सोशल मीडिया के माध्यम से जारी करने के अधिकारियों को निर्देश दिए, साथ ही किसानों के बीच जागरूकता का प्रसार करने को भी कहा, ताकि खाद लेने में उन्हें कहीं कोई परेशानी पेश नहीं आएं. शिवराज सिंह ने कहा कि किसानों को इस बात के लिए भी प्रेरित किया जाना चाहिए कि वे अन्य तरह की खाद के अलावा यदि एनपीके उपलब्ध हो तो वो ले लें. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि सभी विभाग किसानों के मामले में संवेदनशील होकर कार्य करें, हमारे लिए हमारे किसान सर्वोपरि है, उन्हें कोई तकलीफ बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए.
किसानों को हुए फसल नुकसान के संबंध में दिए ये निर्देश
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बैठक में कहा कि किसानों को अतिवर्षा, अन्य प्राकृतिक आपदा के कारण हुए सोयाबीन और अन्य फसलों के नुकसान की पूरी भरपाई प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) और आरबीसी 6/4 के प्रावधानों के तहत की जाए. शिवराज सिंह ने निर्देश दिए कि कि निजी बैंकों के स्तर पर भी किसानों द्वारा जमा की जाने वाली प्रीमियम और उन्हें फसल बीमा के क्लेम की राशि मिलने में कहीं कोई दिक्कत नहीं होना चाहिए. बैठक में, रिमोट सेंसिंग सहित तकनीक आधारित आंकलन के अलावा फसल नुकसान, विशेषकर सोयाबीन की फसल के संबंध में क्रॉप कटिंग एक्सप्रिमेंट करने के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह द्वारा निर्देशित किया गया, ताकि किसानों के नुकसान का वास्तविक आंकलन हो सकें और उन्हें पूरा क्लेम मिल सकें.
बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने साफ तौर पर कहा कि प्रशासन के स्तर पर नुकसान का सर्वे सही तरीके से हो, वहीं बीमा कंपनियां क्लेम देने की व्यवस्था को अच्छी तरह से लागू करें. एसडीएम अपनी टीम जहां जरूरत हो, वहां भेजें. पुराने मामले में भी यदि किसानों को क्लेम नहीं मिल पाया हो तो उसे क्रॉसचेक करा लिया जाएं. कुल मिलाकर, किसानों को परेशानी नहीं होना चाहिए.
यह भी पढ़ें : PM Kisan 21st Installment: अन्नदाताओं को दिवाली पर नहीं मिली खुशखबरी; किन किसानों 2-2 हजार रुपये मिलेंगे
यह भी पढ़ें : Anukampa Niyukti: शहीद ASP आकाश राव गिरपुंजे की पत्नी को मिली अनुकम्पा नियुक्ति, DSP बनीं स्नेहा
यह भी पढ़ें : उज्जैन में श्री महाकालेश्वर बैंड व श्री अन्न लड्डू प्रसादम शुरू; CM मोहन ने फाउंटेन शो का किया लोकार्पण
यह भी पढ़ें : Pado Ki Ladai: 85 साल पुरानी परंपरा; पाड़ों की लड़ाई में 'भोला किंग' व 'दोहरा सरदार' का दिखा जलवा