
संयुक्त सहकारी समिति पैक्स कर्मचारी महासंघ के नेतृत्व में कटनी जिले के सहकारिता समिति के कर्मचारियों के द्वारा अपनी प्रमुख मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरु कर दी है. गुरुवार को जिले के सभी कर्मचारियों ने अपनी सहकारी संस्थाएं और उचित मूल्य की दुकानों को बंद कर हड़ताल की शुरुआत की है. बता दें कि सहकारिता समिति के कर्मचारी शासकीय कर्मचारियों की तरह वेतनमान की मांग को लेकर हड़ताल पर बैठे हैं.

अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे कर्मचारी
दरअसल प्रदेश भर के म.प्र. सहकारिता समिति कर्मचारी महासंघ भोपाल के आह्वान पर सभी जिलों के कर्मचारियों ने हड़ताल पर बैठ गए हैं. वहीं कटनी और जबलपुर जिले के करीब 500 कर्मचारियों ने संयुक्त रूप से कलेक्ट्रेट के सामने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं, जिससे दोनों जिलों में इस माह का खाद्यान्न वितरण नहीं हो पाया है. वहीं कलेक्ट्रेट के सामने हड़ताल पर बैठे कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ प्रर्दशन कर नारेबाजी भी की.
वेतनमान की मांग को लेकर हड़ताल पर बैठे कर्मचारी
हड़ताल पर बैठे कर्मचारी महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक राय ने बताया कि उनकी 3 प्रमुख मांगे हैं. जिसमें 2019 में जारी सेवा नियम के अनुसार, वेतनमान लागू किया जाए और प्राइवेट उपभोक्ता भंडार, वन उपज समिति आदि को 200 रु प्रति क्विंटल कमीशन व 2 किलो प्रति क्विंटल शॉर्टेज दिया जाए. उपाध्यक्ष अशोक राय ने बताया कि आगे भी जब तक मांग पूरी नहीं होती हड़ताल जारी रहेगी.

कटनी और जबलपुर जिले के करीब 500 कर्मचारी संयुक्त रूप से कलेक्ट्रेट के सामने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे.
21 अगस्त तक जारी रहेगी अनिश्चितकालीन हड़ताल
बता दें कि आज कर्मचारियों का लगातार दूसरा दिन हड़ताल है जो 21 अगस्त तक चलेगी. हालांकि इस बीच शासन ने उनकी मांगों को पूरा नहीं करती तो आगे भी यह अनिश्चितकालीन हड़ताल लगातार जारी रहेगी.