
MP Crime News : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के देवास (Dewas) में ठगों ने ठगी का जाल बिछाया था. आरोपियों ने ये जाल फर्जी एसडीएम (Fake SDM) बनकर बुना था.लेकिन शुरुआती दौर में कामयाब तो हो गए. लेकिन ये शातिर पन ज्यादा दिनों तक काम नहीं आया. अब मामले का खुलासा हुआ, तो जेल जाने की नौबत आ गई. पुलिस ने दो आरोपियों को गिफ्तार कर लिया है. दरअसल, बीते 19 फरवरी को फरियादी शैतान सिंह पिता गोपाल इवने निवासी नयापुरा घाटी ने थाना कांटाफोड़ आकर बताया कि मैं ग्राम नयापुरा घाटी में रहता हूं. गांव में ही चिकन की दुकान का संचालन करता हूं.
'गाड़ी में SDM मैडम हैं'
14 फरवरी की शाम करीब 05:00 बजे मैं अपनी दुकान में था. उसी समय सरिता मालवीय और धीरज राठौर निवासीगण ग्राम सुद्रेल अपनी कार से मेरी दुकान पर आए. धीरज राठौर मुझसे बोला कि गाड़ी में एसडीएम मैडम हैं. तुम अपनी दुकान में गाय का मांस बेचते हो, लाइसेंस बताओ, तो मेरे द्वारा उनसे कहा गया कि मैं तो मुर्गे का मांस बेचता हूं, जिसका लाइसेंस मेरे पास है, तो इन दोनों ने मुझसे लाइसेंस दिखाने का कहा- मेरे लाइसेंस दिखाने पर अनावेदकगणों ने कहा कि आपके पास मांस बेचने का लाइसेंस है. न कि गाय का मांस बेचने का.
10 हजार रुपये की मांग की
धीरज राठौर ने मुझसे कहा कि तुमको गाय का मांस बेचने के मामले में थाने में फंसवा दिया जाएगा. 10 हजार रुपये की मांग की मैने कहा कि मेरे पास पैसे नहीं है. मेरा लड़का अर्जुन बाहर है. उसके आने के बाद बात कर लेंगे. धीरज ने मुझसे मेरे लड़के का नंबर लिया और फोन पर बात की. मेरे लड़के से भी उसने यही बात कही, जिसके बाद इन लोगों ने मेरी जेब से 5000 रुपये निकाल लिए और मुझे डराया धमकाया कि पुलिस थाने में रिपोर्ट किया, तो तुमको गाय का मांस बेचने के आरोप में फंसवा देंगे.
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पुलिस अधीक्षक ने दिए थे गिरफ्तारी के निर्देश
इसके बाद ये दोनों लोग वहां से चले गए. फरियादी की रिपोर्ट पर से थाना केस दर्ज करके विवेचना में लिया गया. घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद द्वारा अवैध वसूली करने वाले फरार बदमाशों की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए निर्देशित किया गया था, जिस पर से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात/ग्रामीण) हरनारायण बाथम के मार्गदर्शन में अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) बागली श्रृष्टि भार्गव के निर्देशन में थाना प्रभारी कांटाफोड़ सुरेखा निंबोदा के नेतृत्व में विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया. मुखबिर की सूचना पर से चार मार्च को आरोपी सरिता मालवीय पति धीरज राठौर, धीरज राठौर पिता जगदीश राठौर निवासीगण ग्राम सुरेंद्र को गिरफ्तार किया.