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This Article is From Sep 18, 2023

ओंकारेश्वर में 'मैन मेड बाढ़' से बर्बादी ! लोगों का आरोप- CM को खुश करने में लगे अधिकारी

तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में बारिश के बाद तबाही का मंजर दिख रहा है.स्थानीय लोगों का कहना है कि ये तबाही कुदरती नहीं है ये अधिकारियों की लापरवाही की वजह से आई है. क्या है पूरा मामला?

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ओंकारेश्वर में 'मैन मेड बाढ़' से बर्बादी ! लोगों का आरोप- CM को खुश करने में लगे अधिकारी

तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में बारिश के बाद तबाही का मंजर दिख रहा है.स्थानीय लोगों का कहना है कि ये तबाही कुदरती नहीं है ये अधिकारियों की लापरवाही की वजह से आई है. दरअसल रविवार को इंदिरा सागर तथा ओंकारेश्वर बांध के सभी गेट अचानक और एकसाथ खोल दिए गए. जिससे नर्मदा से सटी बस्तियों व घरों में पानी भर गया और कई परिवार बेघर हो गए. करीब 20-25 घरों और मंदिरों को नुकसान पहुंचा है. पीड़ितों का आरोप है कि कार पर्वत पर एकात्म धाम में आदि शंकराचार्य की प्रतिमा के लोकार्पण के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आना था. जिसको देखते हुए आधिकारियों ने समय पर बांध से पानी नहीं छोड़ा गया. जब उद्घाटन कार्यक्रम स्थगित हुआ तो अचानक पानी छोड़ दिया गया. 

स्थानीय लोगों का आरोप है कि डैम के गेट अचानक खोलने की वजह से इलाके में कई घर टूट गए हैं. सड़कों पर पानी भर गया.

स्थानीय लोगों का आरोप है कि डैम के गेट अचानक खोलने की वजह से इलाके में कई घर टूट गए हैं. सड़कों पर पानी भर गया.

ओंकारेश्वर के स्थानीय रहवासियों का आरोप है कि यह मानव निर्मित बाढ़ थी. उन्होंने बताया कि ओंकार पर्वत पर आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा अनावरण के आयोजन के लिए बांध का पानी रोका गया. जबकि नर्मदा के ऊपरी क्षेत्र में पहले से बारिश हो रही थी. स्थानीय लोगों के मुताबिक बांध का पानी इसलिए रोका गया क्योंकि कार्यक्रम स्थल तक जाने के लिए नर्मदा नदी पर एक रपटा बनाया गया है. यह पानी में डूब न जाए इसलिए पानी डैम से छोड़ा नहीं गया. लेकिन जब डैम में बहुत ज्यादा पानी भर गया तो अचानक गेट खोल दिए जिससे बाढ़ की स्थिति बनी . जिसे ओंकारेश्वर में बहुत से लोग बेघर हो गए तो वहीं लोगों की दुकानों में रखा लाखों का सामान भी बह गया.

ओंकारेश्वर शहर और मंदिर का एरिया बांध के करीब होने से ज्यादा समय नहीं मिलता. राजस्व की टीम भेज कर नुकसान का सर्वे करेंगे. फिलहाल बेघर हुए लोगों को सुरक्षित स्थान पर रखा गया है वहां उनके भोजन की व्यवस्था भी की गई है.

अनूप कुमार

जिला कलेक्टर,खंडवा

दूसरी तरफ पूरे मामले पर सफाई देते हुए जिला कलेक्टर अनूप कुमार ने बताया कि नर्मदा के केचमेंट एरिया में भारी बारिश के चलते ऐसी स्थिति बनी, जिस के चलते ओंकारेश्वर बांध के गेट खोले गए. इसमें कोई लापरवाही नहीं हुई है.

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