
Death by Dengue: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में बरसात के बाद से डेंगू का कहर लगातार देखने को मिल रहा है. आए दिन अलग-अलग जिलों में डेंगू (Dengue) के कारण लोगों की जान जा रही है. इसका ताजा मामला गुना (Guna) जिले से सामने आया है. पिछले दो दिन के अंदर यहां दो लोगों की मौत हो चुकी है. बता दें कि लंबे समय से डेंगू गुना शहर सहित पूरे जिले में फैला हुआ है. स्वास्थ्य विभाग (Health Department) इसको लेकर अधिक सजग या एक्टिव नजर नहीं आ रहा है. निजी अस्पतालों में मरीज अपने इलाज के लिए मजबूर हो रहे हैं. जांच करने के लिए अगर सरकारी अस्पताल जाते भी हैं, तो उनकी सुनवाई करने वाला कोई नहीं है.

कलेक्टर ने दिए जरूरी आदेश
गुना कलेक्टर सत्येंद्र सिंह ने डेंगू के कारण मौत के बाद कहा कि स्वास्थ्य विभाग अपनी सेवाएं अच्छे तरीके से मरीजों तक पहुंचाएं और हर संभव मदद मरीजों की करनी होगी. उन्होंने कहा, 'डेंगू को लेकर हम शहर में फॉग मशीन और अन्य तरीके से रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं.'
एक महीने में पार हुआ 200 का आंकड़ा
सरकारी अस्पताल के मलेरिया वार्ड में मरीजों की संख्या अस्पताल प्रशासन के द्वारा कम बताई जा रही है, जबकि निजी अस्पतालों में लोग अधिक मात्रा में जाकर अपना इलाज करा रहे हैं. बता दें कि पिछले एक महीने में ही गुना जिले में डेंगू के मरीजों का आंकड़ा 200 से पार जा चुका है. फिर भी अस्पताल प्रशासन है कि खामोश होकर तमाशा देख रहा है और डेंगू की रोकथाम को लेकर कोई नई पहल नहीं कर रहा है.

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प्रभारी मंत्री कर चुके हैं दौरा
मामला सामने आने के दो दिन पहले प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने भी जिला अस्पताल का निरीक्षण किया था और डॉक्टर और प्रशासन को मरीज को सभी सुविधा पहुंचाने के लिए निर्देश भी दिए थे. इसके बावजूद भी अस्पताल प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है. गुना जिले में डेंगू से दो लोगों की मौत के बाद अगर अभी प्रशासन सचेत नहीं हुआ, तो आंकड़ा आगे और भी बढ़ सकता है.
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