
Tikamgarh Mandir Trust Controversy: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के टीकमगढ़ जिले की ग्राम पंचायत अस्तौन में तीन प्राचीन मंदिरों की जमीन को लेकर विवाद सामने आया है. इसी मामले में सोमवार को ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर इन मंदिरों का ट्रस्ट बनाने की मांग की है. साथ ही, सड़कों पर जमकर आंदोलन किया है. बता दें कि ये पूरा विवाद गांव के श्री हनुमान मंदिर, श्रीराम जानकी मंदिर और श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर का ट्रस्ट बनाने को लेकर हैं.
मंदिर के पुजारी पर गंभीर आरोप
गांव के ही रहने वाले लल्लू राजा और केपी श्रोतिय ने बताया कि गांव में श्री हनुमान मंदिर, श्रीराम जानकी मंदिर और श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर स्थित हैं. इन मंदिरों के नाम क्रमश: 13, 32 और 26 एकड़ सिंचित भूमि दर्ज हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि पुजारी मंदिर की जमीन को अपनी निजी संपत्ति मान रहे हैं. मंदिरों में धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं हो रहा है.
मंदिर को बताया निजी संपत्ति
गांव के लोगों ने पुजारियों को कई बार समझाया, लेकिन उनका कहना है कि मंदिर और उसकी जमीन उनकी निजी संपत्ति है. ग्रामीणों के अनुसार, इन मंदिरों के प्रति स्थानीय लोगों की गहरी आस्था है. मंदिरों की स्थिति खराब होती जा रही है, जबकि पुजारियों की आर्थिक स्थिति मजबूत है. इस स्थिति से गांव में रोष है. ग्रामवासी चाहते हैं कि तीनों मंदिरों का ट्रस्ट बनाया जाए, जिससे इनका उचित प्रबंधन हो सके.
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500 लोग पहुंचे कलेक्ट्रेट
जिला मुख्यालय पर अस्तोत्र गांव के लगभग 500 लोगों ने शहर में पैदल मार्च निकाला और कलेक्ट्रेट पहुंचकर जमकर नारेबाजी की. सभी मंदिरों का ट्रस्ट बनाने की मांग की गई. उन्होंने बताया कि इन मंदिरों के पुजारी कई सालों से कब्जा कर मंदिर की करोड़ों की जमीन पर कुंडली मारकर बैठे हैं, जबकि मंदिर जीर्ण शीर्ण हो रहे हैं. अपनी शिकायतों को लेकर ग्रामीणों ने एक ज्ञापन भी सौंपा है.
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