
Gwalior Crime News: ग्वालियर में अक्षया यादव हत्याकांड (Akshaya Yadav Murder Case) में चश्मदीद गवाह की मां करुणा शर्मा पर बदमाशों ने दिन दहाड़े फायरिंग कर दी. हालांकि इस घटना में करुणा शर्मा बाल-बाल बच गईं. घटना के बाद बदमाश हवा में कट्टे लहराते हुए भाग निकले. घटना के बाद से सभी पुलिस अफसर (Police Officer) मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल में जुटे हैं, जबकि पूरे इलाके में दहशत का माहौल है. इसके बाद अब मृतका अक्षरा और करुणा शर्मा के घर पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. एनडीटीवी (NDTV) के हमारे वरिष्ठ सहयोगी देव श्रीमाली मौके पर पहुंचकर इस घटना का जायजा लिया.

Crime News: ऐसे समझिए अक्षया हत्याकांड
ऐसा था आज का घटनाक्रम
अक्षया हत्याकांड में मृतक़ा के साथ स्कूटी पर सवार रही उसकी सहेली गवाह है. इसी गवाह की मां करुणा शर्मा परिवार सहित माधोगंज थाना इलाके में बारहबीघा कॉलोनी में रहती है. घटना के बाद से वे लगातार अपने परिवार की जान का खतरा बताती रही हैं, जिसके चलते उनके घर पर गार्ड (Guard) भी तैनात किया गया है.
घटना के बाद वहां भगदड़ मच गई. करुणा शर्मा ने अपने पति और पुलिस को खबर दी. इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची. मौके पर पहुंचे एडिशनल एसपी (Additional SP) वर्धमान ने बताया कि मौके से एक कारतूस का खोखा मिला है. वहीं अभी करुणा शर्मा से बातचीत चल रही है.
कैसे हुई थी अक्षया की हत्या?
ग्वालियर शहर के सिकंदर कंपू इलाके में रहने वाले शैलेंद्र सिंह यादव की 19 वर्षीय बेटी अक्षया यादव लक्ष्मीबाई काॅलोनी स्थित कोचिंग में जाती थी. सोनाक्षी शर्मा उसके पड़ोस में रहती है, 10 जुलाई 2022 की शाम दोनों साथ कोचिंग के लिए निकली थीं. उन्होंने बाजार जाकर कपड़े खरीदे और फिर घर के लिए आ रही थीं. तब अक्षया स्कूटी चला रही थी और सोनाक्षी पीछे बेठी थी. दोनों मेस्कॉट हॉस्पिटल चौराहा निकलकर तिलक नगर के करीब पहुंची थीं, तभी बाइक पर पीछे बैठे बदमाश ने पिस्टल से एक के बाद ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं. एक गोली अक्षया के हाथ और दूसरी सीने पर लगी. स्थानीय लोगों ने ऑटो से घायल छात्रा और उसकी सहेली को जेएएच के ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया. तब तक पुलिस और छात्राओं के परिजन भी हॉस्पिटल पहुंच गए. लेकिन डॉक्टर इलाज शुरू कर पाते, इससे पहले ही अक्षया ने दम तोड़ दिया. लोगों से पूछताछ में पता चला कि गोली मारने के बाद हमलावर सिंधी काॅलोनी तिराहे की ओर भाग गए. घायल छात्रा ने बताया कि वे मुंह ढंके हुए थे और पीछा करते हुए आए थे.
12 जुलाई को था जन्मदिन, पूर्व DGP की थी नातिन
इस नृशंस हत्याकांड में मारी गई छात्रा अक्षया यादव का जन्मदिन 12 जुलाई को था और वह अपने बर्थडे को लेकर काफी उत्साहित थी. बता दें कि हत्यारों की गोली का शिकार हुई छात्रा प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) सुरेंद्र सिंह यादव की रिश्ते की नातिन थी. यही वजह है कि इस घटना ने पूरे प्रदेश में हलचल मचा दी थी.
25 जनवरी को फरार हुए थे आरोपी
इस घटना के तीन आरोपी बाल सुधार गृह में बंद थे लेकिन योजना बनाकर वे 25 जनवरी 2024 की सुबह दीवार फांदकर फरार हो गए थे. तभी से यह दोनों परिवार दहशत में थे और उन्होंने यह बात पुलिस को भी बताई थी. पुलिस ने दोनों के घरों पर सुरक्षा गार्ड भी तैनात किए थे.
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