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This Article is From Feb 18, 2024

MP News: कार्यकर्ता ने कमलनाथ को कराया जिम्मेदारी का एहसास, बोले- अब तो आपको ये काम करना था, लेकिन...

Kamal Nath News Today: एक कार्यकर्ता ने खुला पत्र लिखकर कमलनाथ को उनकी जिम्मेदारी का एहसास कराया है. उन्होंने अपने पत्र में कार्यकर्ताओं के संघर्ष और कुर्बानी की याद दिलाते हुए लिखा है कि लोकसभा चुनाव सिर पर है, ऐसे में आपको इस वक्त कार्यकर्ताओं को एकजुट करने की जिम्मेदारी होनी चाहिए, लेकिन आपसे जुड़ी जिस तरह की खबरें आ रही है, उससे कार्यकर्ता हताश हैं.

MP News: कार्यकर्ता ने कमलनाथ को कराया जिम्मेदारी का एहसास, बोले- अब तो आपको ये काम करना था, लेकिन...

Kamal Nath News : मध्य प्रदेश में कांग्रेस (Congress) के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (kamal Nath) के अपने सहयोगियों के साथ भाजपा (BJP) में जाने की अटकलों के बीच कार्यकर्ताओं में भारी निराशा देखी जा रही है. इसी क्रम में एक देवाशीष जरारिया नामक एक कार्यकर्ता ने खुला पत्र लिखकर कमलनाथ को उनकी जिम्मेदारी का एहसास कराया है. उन्होंने अपने पत्र में कार्यकर्ताओं के संघर्ष और कुर्बानी की याद दिलाते हुए लिखा है कि लोकसभा चुनाव सिर पर है, ऐसे में आपको इस वक्त कार्यकर्ताओं को एकजुट करने की जिम्मेदारी होनी चाहिए, लेकिन आपसे जुड़ी जिस तरह की खबरें आ रही है, उससे कार्यकर्ता हताश हैं. लिहाजा, आप सामने आकर अफवाहों का खंडन कीजिए.

ये है पत्र का मजमून

महोदय, मैंने सितंबर 2018 में आपके नेतृत्व में भोपाल कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस की सदस्यता ली. 26 वर्ष की आयु में मैंने कांग्रेस को अपनी जवानी और जीवन सौंपने का फैसला लिया. आपके नेतृत्व में हमने 2018 विधानसभा चुनावों में कार्य किया, दिसंबर 2018 में जब आपके नेतृत्व में मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी, तो 15 साल से संघर्ष कर रहा हर कार्यकर्ता उत्साहित था. लेकिन, सरकार को 15 महीने ही बीते ही थे कि मार्च 2020 में आपके विरुद्ध षड्यंत्र हुआ और आपको इस्तीफा देना पड़ा. मैं उस वक़्त भोपाल में ही था. आपकी आंखों में आंसू थे. मेरे समेत कांग्रेस के हर कार्यकर्ता की आंखों में उस वक़्त आंसू थे.

संघर्ष की दिलाई याद

आप ने जनता से पूछा था कि आपकी क्या गलती थी. आपके उस मार्मिक वक्तव्य को हम जनता के बीच ले गए. आपको मिले धोखे के लिए संघर्ष किया, पुलिस प्रशासन से भिड़े, लाठियां खाई. कांग्रेस के हर कार्यकर्ता का एक ही उद्देश्य था कि धोखा देने वालों को सबक सिखाना है और कमलनाथ को पुनः मुख्यमंत्री बनाना है. हर कांग्रेस कार्यकर्ता की जुबान पर एक ही नारा था, जय-जय कमलनाथ. मैं तो ग्वालियर चंबल संभाग से आता हूं, यहां तो संघर्ष उन गद्दारों से सीधा था, पर हमने उपचुनावों और आम चुनावों में कांग्रेस का झंडा नीचे नहीं होने दिया.

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कमलनाथ से की ये अपील

2023 विधानसभा चुनाव के बाद सरकार न बनने की पीड़ा और आप के मुख्यमंत्री का दुख आपसे कहीं ज्यादा 20 सालों से संघर्ष कर रहे कार्यकर्ता को हुआ था. कार्यकर्ता को अब 5 साल फिर संघर्ष करना है. 25 सालों का संघर्ष सोच कर ही आत्मा व्यथित हो जाती है. सर पर लोकसभा चुनाव है. ऐसे में कार्यकर्ताओं को एकजुट रखना और उनका हौसला बढ़ाना शीर्ष नेतृत्व का काम है, लेकिन जिस तरीके की खबरें मीडिया के माध्यम से आ रही है. सोचिए, मुझ जैसे मप्र के लाखों कार्यकर्ताओं पर क्या बीत रही होगी. अतः आपसे निवेदन करता हूं कि आप इस तरह की खबरों का तत्काल खंडन कर, कार्यकर्ताओं को एकजुट होने और संघर्ष करने का आह्वान करें.

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