
Constitution Murder Day : आपातकाल के 50 वीं वर्षगांठ पर भारतीय जनता पार्टी के द्वारा देशभर में 25 जून को 'संविधान हत्या दिवस' के रूप में मनाया जा रहा है. वहीं, दुर्ग में जिला प्रशासन की ओर से संविधान हत्या दिवस आयोजित किया गया, जिसमे तिरंगा यात्रा, फ़िल्म प्रदर्शन और लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान किया जाना है.
इसी बीच कांग्रेस के पूर्व ने कलेक्टर को ज्ञापन सौपते हुए विरोध प्रदर्शन की बात कही. पूर्व विधायक अरुण बोरा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी प्रशासन का भाजपाई कारण कर रही है. साधन स्तर पर इसे करना अनुचित है, क्योंकि शासन भाजपा नहीं है.
आपातकाल के बाद आज भी कांग्रेस का आचरण नहीं बदला- डिप्टी सीएम
वहीं, आपातकाल को लेकर डिप्टी सीएम अरुण साव ने पीसी की है. उन्होंने कहा कि आपातकाल देश का काला अतीत रहा है. प्रधानमंत्री की कुर्सी बचाने के लिए इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया था. देश के चारों स्तंभों पर नियंत्रण करने का काम किया गया. एक लाख से अधिक लोगों को आपातकाल लगाकर बिना अपराध जेल भेज दिए गया था. उन्हें यातनाएं दी गई, विपक्ष के बड़े नेताओं तक को जेल में डाल दिया गया था.
आपातकाल लगे 50 वर्ष हुए हैं, तो आज भी कांग्रेस पार्टी का आचरण नहीं बदला है. कांग्रेस पार्टी एक तरफ सत्ता के लिए बाबा साहब आंबेडकर का अपमान करती है. देश के संविधान और देश के ऊपर कांग्रेस ने एक परिवार को रखा. जहां भी सत्ता में आते हैं सत्ता के लिए जनता, संविधान के साथ खिलवाड़ करते हैं. कांग्रेस के सर्वोच्च नेता विदेश जाकर आज भी देश को बदनाम करते हैं...
दुर्ग सांसद ने साधा निशाना
वहीं, कांग्रेस के विरोध की चेतावनी और वक्तव्य पर दुर्ग सांसद विजय बघेल ने जमकर तंज कसा. उनका कहना है कि कांग्रेस के समय प्रशासनिक स्तर पर ही संविधान की हत्या की गई थी. प्रसाधन का दुरुपयोग उन्हीं के द्वारा किया जा रहा था. इसलिए प्रशासनिक अधिकारियों को भी उस बात को याद करना होगा. कैसे उस समय लोकतंत्र की हत्या की गई थी.
धमतरी : आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर तिरंगा रैली
धमतरी जिले में आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर डॉक्टर शोभाराम देवांगन एकलव्य खेल मैदान परिसर में हायर सेकेंडरी स्कूल से तिरंगा रैली निकाली गई. रैली को महापौर महापौर रामू रोहरा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. रैली की शुरुआत एकलव्य खेल मैदान परिसर से निकलते हुए, सदर रोड होते हुए गांधी मैदान पर संपन्न हुई. रैली में बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों के साथ, स्थानीय जनप्रतिनिधि,अधिकारी कर्मचारी बड़ी संख्या में स्कूल कॉलेज के विद्यार्थी भी शामिल रहे. वहीं, महापौर रामू रोहरा ने मीसाबंदियों और उनके परिजनों का सम्मान भी किया और वहीं कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में मीसाबंदियों के आपातकाल के दौरान घटी घटनाओं के विषय में जाना.
ये भी पढ़ें- अब साल में दो बार फरवरी और मई में होंगे CBSE 10वीं बोर्ड के एग्जाम! छात्रों को होगा ये बड़ा फायदा
ये भी पढ़ें- एमपी के सिलावद के हाट-बाजार में भी पागल कुत्ते का आतंक, एक घंटे में 11 लोगों को शिकार बनाने से फैली दहशत