
Ujjain News in Hindi: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन में विकास के नाम पर जमकर धांधली हो रही हैं. ऐसा ही एक मामला कनीपुरा रोड से जुड़ा सामने आया है. यहां 28 लाख रुपये की लागत से बनी सड़क एक माह में ही गड्ढों में तब्दील हो गई है. पता चलने पर एनडीटीवी की टीम ने मौके पर जाकर पड़ताल की, तो काफी चौंकाने वाली जानकारी सामने आई. उज्जैन के वार्ड क्रमांक 4 स्थित कनीपुरा रोड पर काफी समय से सीमेंट कंक्रीट रोड बना हुआ था. बावजूद मुख्यमंत्री अधोसंरचना योजना के तहत यहां सड़क बनाने के लिए 28 लाख रुपये स्वीकृत किए गए और 25 मई को सीमेंट कंक्रीट रोड पर ही डामरीकरण कर दिया गया.

उज्जैन में सड़क निर्माण में बड़ी धांधली
सीमेंटेड रोड का डामरीकरण
कनीपुरा रोड काफी दिनों से सीमेंटेड है. लेकिन, फिर भी, 25 मई को इसपर डामरीकरण कर दिया गया. नवनिर्मित रोड 32 दिन में ही उखड़ने लगा. इसमें कई जगह गड्ढे और कुछ स्थानों से डामरीकरण बहने के कारण नीचे का कंक्रीट रोड साफ नजर आने लगा. मामले को लेकर स्थानीय लोगों से जानकारी ली गई, तो पता चला कि पूर्व में काफी अच्छी सीमेंट कंक्रीट की रोड थी. लेकिन, बिना जरूरत के एक महीने पहले डामरीकरण कर दिया गया.
प्रतिपक्ष नेता ने लिखा पत्र
सड़क की सच्चाई जानने के बाद नगर निगम के प्रतिपक्ष नेता रवि राय से चर्चा की. उन्होंने कहा कि शहर में जगह-जगह सिर्फ भ्रष्टाचार के लिए कंकरीट रोड पर डामरीकरण किया जा रहा है. इस मामले में शिकायत कर जांच की मांग की गई है. पार्षद पति घनश्याम गौड़ ने कहा कि रोड के ठेकेदार और नगर निगम आयुक्त को घटिया निर्माण के संबंध में पत्र लिख दिया है.
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पार्षद ने कराया था कार्यक्रम
खास बात है कि 25 मई को डामरीकरण से पहले पार्षद गौड़ ने निगम सभापति कलावती यादव और क्षेत्रीय विधायक को बुलाकर कार्यक्रम किया था. उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो-फोटो पोस्ट कर दावा किया था कि लंबे समय से चली आ रही मांग को देखते हुए रोड बनाई जा रही है, जिससे लोगों को राहत मिलेगी. लेकिन एक महीने बाद ही यह नवनिर्माण लोगों के लिए परेशानी का कारण बन गया.
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