अजब MP में गजब कारनामें... इस मॉडल कालेज में 17 स्टूडेंट्स पर हर महीने खर्च होते हैं ₹5 लाख

Government Model College Vidisha: विदिशा जाफरखेड़ी पहाड़ी पर कॉलेज का विशाल भवन बनकर तैयार है. शासन-प्रशासन ने विदिशा की युवा पीढ़ी को शिक्षा क्षेत्र में बढ़ावा देने की बड़े-बड़े विज्ञापनों और घोषणाओं के साथ इसकी शुरुआत की थी. लेकिन सरकारी तंत्र की मेहनत पर तब पानी फिर गया जब मॉडल कालेज की शुरुआत के बाद एडमिशन को लेकर स्टूडेंट्स ने रुचि नहीं दिखाई. 

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Vidisha News: नीति आयोग की रिपोर्ट्स (NITI Aayog Reports) में विदिशा (Vidisha) देश व मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के फिसड्डी जिलों में शुमार है. वहीं अपनी छवि सुधारने के लिए मध्य प्रदेश में 12 माॅडल काॅलेजों (Model College) की नींव रखी गई थी. इनमें विदिशा जिला मुख्यालय में भी एक मॉडल काॅलेज (Vidisha Model College) बनना था. समय-सीमा के अंदर काॅलेज का भव्य भवन बनकर तैयार भी किया गया. इसे बनाने में करोड़ों रुपए की राशि खर्च की गई, लेकिन दो साल में इस मॉडल कालेज में महज 17 विद्यार्थी ही शिक्षा हासिल करने आ पाए है. गजब की बात यह है कि इन 17 स्टूडेंट्स पर 6 लोगों का स्टाफ है, जिन पर सरकार हर महीने पांच लाख रुपए खर्च कर रही है.

खूब हुआ प्रचार, पर नहीं मिला अनुकूल परिणाम

सरकार की वाहवाही और जोर-शोर से किए गए प्रचार-प्रसार के बावजूद पहले साल मात्र 13 स्टूडेंट्स ने ही इस कालेज में  दाखिला (College Admission) लिया था.

विदिशा जाफरखेड़ी पहाड़ी पर कॉलेज का विशाल भवन बनकर तैयार है. शासन-प्रशासन ने विदिशा की युवा पीढ़ी को शिक्षा क्षेत्र में बढ़ावा देने की बड़े-बड़े विज्ञापनों और घोषणाओं के साथ इसकी शुरुआत की थी. लेकिन सरकारी तंत्र की मेहनत पर तब पानी फिर गया जब मॉडल कालेज की शुरुआत के बाद एडमिशन को लेकर स्टूडेंट्स ने रुचि नहीं दिखाई. 

स्टाफ पर हर माह पांच लाख रुपए खर्च करती है सरकार

जाफर खेड़ी मॉडल कालेज में छात्रों की अच्छी व गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देने के लिए 6 लोगों का स्टाफ तैनात किया गया था. जिसमें 3 प्रधाध्यापक और सहायक प्रधानाध्यापक के अलावा 3 गेस्ट फैकल्टी टीचर हैं. इनका वेतन हर माह करीब पांच लाख रुपए निकलता है. सबसे हैरानी की बात तो यह है कि सरकार पांच लाख खर्च कर मात्र 17 छात्रों को पढ़ाने का काम कर रही है.

MP News: विदिशा का मॉडल कॉलेज
Photo Credit: नावेद खान

वजह :  शहर से दूर वीरान पहाड़ी पर कराया गया काॅलेज का निर्माण

प्रदेश भर में नीति आयोग की अनुशंसा पर कालेजों का निर्माण करना था. प्रशासन ने शहर से 12 से 13 किलोमीटर दूर जाफर खेड़ी की पहाड़ी पर मॉडल कालेज का निर्माण कराया, जो समझ से परे है. वहीं सरकारी सिस्टम की कार्यप्रणाली पर भी कई सवालियां निशान खड़े होते हैं. जब शहर भर में इस कॉलेज के लिए जगह पर्याप्त थी तो दूरदराज इलाके में काॅलेज का निर्माण करने का क्या औचित्य था? 

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मॉडल ही बनकर रह गया यह कॉलेज

विदिशा जिले का पैरामीटर बढ़ाने के लिए नीति आयोग के अधिकारियों की अनुशंसा पर विदिशा जिले को कई सौगातें दी गई हैं, जिनमें ये कालेज भी शुमार था. इस कालेज में बीए (BA), बीकॉम (B Com) के अलावा कई कोर्स संचालित किए जाते हैं. यह जिले का एक मात्र मॉडल कालेज है. लेकिन यह मॉडल कालेज विदिशा में मॉडल ही बनकर रह गया.

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