
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने जबलपुर के बेलखेड़ा में आयोजित राज्य स्तरीय लाड़ली बहना एवं महिला सम्मेलन में भाग लेने के बाद जबलपुर लौटते समय आमजन से आत्मीय जुड़ाव का एक अनोखा उदाहरण पेश किया. डुमना एयरपोर्ट की ओर रवाना होते समय वे अचानक अंध-मूक चौराहा स्थित शंकर चाट भंडार के पास रुके और वहां मौजूद टी स्टॉल से चाय की चुस्कियां लीं.
मुख्यमंत्री के साथ सांसद आशीष दुबे, विधायक अशोक रोहाणी, अखिलेश जैन भी मौजूद रहे. मुख्यमंत्री के अचानक पहुंचने से वहां मौजूद लोगों और दुकानदारों में खुशी की लहर दौड़ गई.
चाय दुकान के संचालक ब्रजेश लोधी के लिए यह पल अविस्मरणीय रहा. उन्होंने बताया, "कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मेरी इस छोटी सी दुकान में मुख्यमंत्री आकर चाय पिएंगे." उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने उनसे कुशलक्षेम पूछा और परिवार व व्यवसाय की जानकारी ली. चाय पीने के बाद मुख्यमंत्री ने स्वयं पैसे भी दिए, जो उनकी सादगी और संवेदनशीलता को दर्शाता है.
1551.44 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर की
बेलखेड़ा गांव में आयोजित राज्य स्तरीय लाड़ली बहना एवं महिला सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है. उन्होंने प्रदेश की 1.27 करोड़ लाड़ली बहनों के खातों में 1250 रुपये प्रति लाभार्थी की दर से कुल 1551.44 करोड़ रुपये की राशि सिंगल क्लिक से अंतरित की. साथ ही मुख्यमंत्री ने रक्षाबंधन के उपलक्ष्य में बहनों को आगामी माह 250 रुपये अतिरिक्त देने की घोषणा भी की.
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस योजना के माध्यम से बहनों को हर माह आर्थिक सहयोग देकर उन्हें सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा रहा है. सम्मेलन में उन्होंने 56.68 लाख सामाजिक सुरक्षा पेंशन हितग्राहियों को 341 करोड़ रुपये, 27 लाख बहनों को गैस सिलेंडर रिफिलिंग के लिए 39.14 करोड़ रुपये तथा 6 हजार से अधिक श्रमिक परिवारों को 150 करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि भी अंतरित की.