
Ban on Sale Of Coconut: मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की तपोभूमि तीर्थक्षेत्र चित्रकूट में प्रत्येक साल की तरह ही भाद्रपद अमावस्या पर सोमवार को आस्था की भीड़ उमड़ी. भाद्रपद अमावस्या के एक पहले ही लाखों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं की संभावित भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने परिक्रमा पथ पर प्रसाद नारियल विक्रेताओं को कच्चा नारियल बेचने से प्रतिबंधित कर दिया है.
भाद्रपद अमावस्या पर हर साल लाखों श्रद्धालु परिक्रमा पथ पर फोड़ते हैं नारियल
भाद्रपद अमावस्या के दिन श्रद्धालु परिक्रमा पथ पर नारियल फोड़े जाते हैं. इससे परिक्रमा पथ पर नारियल का पानी बहने से फिसलन होती है. हादसों की संभावना को देखते हुए एसडीएम मझगवां जितेन्द्र वर्मा ने गत 1 सितंबर से नारियल पर प्रतिबंध लगा दिया है, जो परिक्रमा पथ के अलावा अन्य सभी धार्मिक स्थालों पर भी लागू रहेगा.
भदई अमावस्या पर हर साल परिक्रमा लगाने चित्रकूट में पहुंचते हैं लाखों श्रद्धालु
नारियल पर प्रतिबंध पर जारी किए आदेश पर अनुविभागीय अधिकारी मझगवां ने बताया कि भाद्रपद अमावस्या (भदई) पर चित्रकूट में लगभग पांच लाख से अधिक लोग परिक्रमा लगाने पहुंचते हैं. इनमें से कई श्रद्धालुओं के द्वारा लेटी परिक्रमा भी की जाती है. संभावित भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने तैयारियां एक दिन पहले ही कर ली थी.
कलेक्टर और एसपी ने चित्रकूट स्थित परिक्रमा मार्ग पर तैयारियों का लिया जायजा
अमावस्या पर चित्रकूट में पहुंचने वाले लाखों श्रद्धालुओं की तैयारियों के लिए कलेक्टर अनुराग वर्मा, एसपी आशुतोष गुप्ता ने तैयारियों का जायजा लिया. इस दौरान एमपी और यूपी दोनों पुलिस टीम अलर्ट रहती है. एमपी की सीमा गुप्त गोदावरी, हनुमानधारा, सती अनुसुइया और कामतानाथ मुखारबिंद क्षेत्र , रामघाट, भरत घाट, आरोग्यधाम में विशेष नजर रखी जाती है और चित्रकूट पुलिस सहित जिले के तमाम थानों से बल तथा रिजर्व दल तैनात किया गया है.
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