BTR Elephant Death: मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (बीटीआर) में झुंड से बिछड़े हाथी के बच्चे की रविवार सुबह मौत हो गई. इसके साथ ही पिछले महीने से बीटीआर में 11 हाथी मर चुके हैं.
एक अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को हाथी का बच्चा बीमार पाया गया था और झुंड ने उसे बीटीआर के बफर जोन में छोड़ दिया था. रिजर्व में अक्टूबर के आखिरी तीन दिनों में 10 हाथी मर चुके हैं.
रामा एलिफेंट कैंप में चल रहा था इलाज
बीटीआर के उप निदेशक प्रकाश कुमार वर्मा ने रविवार को बताया कि हाथी का बच्चा तीन दिन पहले पनपथा बफर रेंज में बेहोश पाया गया था. उन्होंने बताया कि वन अधिकारियों ने तीन महीने के बच्चे को बचाया और उसका इलाज रामा एलिफेंट कैंप में चल रहा था, जहां रविवार सुबह करीब छह बजे उसकी मौत हो गई. उन्होंने बताया कि नियमानुसार पोस्टमार्टम कराया जाएगा.
रेस्क्यू के 48 घंटे के भीतर ही मौत
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बीते दिनों रेस्क्यू किए गए हाथी शावक की 48 घण्टे के भीतर ही मृत्यु हो गई, यह हाथी का बच्चा पनपथा बफर रेंज में अपने झुण्ड से बिछड़ गया था. इसके बाद ताला स्थित रामा हाथी कैंप में रखकर उसका इलाज किया जा रहा था. ईलाज के दौरान हाथी शावक की मौत हो गई. मौत की खबर से बांधवगढ़ से लेकर भोपाल तक में हड़कंप मचा हुआ है.
अब तक 11 हाथियों की मौत
29 अक्टूबर को रिजर्व के खलील रेंज के अंतर्गत सांखनी और बकेली में चार जंगली हाथी मृत पाए गए, जबकि 30 अक्टूबर को चार और 31 अक्टूबर को दो अन्य की मौत हो गई. इसके साथ ही कुल 11 हाथियों की मौत हो चुकी है.
इसे भी पढ़ें- 10 हाथियों की 'रहस्यमयी' मौत पर सवाल , कमलनाथ ने की CBI जांच की मांग