
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के किसानों को अतिवृष्टि से लेकर कीट आदि की समस्या से जूझना पड़ा और बड़े पैमाने पर नुकसान भी हुआ है. मुख्यमंत्री मोहन यादव का कहना है कि किसानों के साथ सरकार खड़ी है और हर संभव मदद की जा रही है.
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि इस साल अतिवृष्टि और बाढ़ के कारण किसानों की फसल को नुकसान हुआ. पीला मोजैक और कीट प्रकोप ने भी किसानों को परेशानी में डाला. इसी तरह बारिश के कारण जनहानि, पशुहानि और मकान क्षति से भी किसानों को पीड़ा हुई. ऐसे कठिन हालातों में सरकार ने किसानों को संबल देने में कोई कमी नहीं रखी.
1802 करोड़ रुपए की राहत राशि वितरित की जा चुकी है
सीएम ने बताया कि अतिवृष्टि, बाढ़, कीट प्रकोप से फसल, मकान क्षति की परेशानियों से जूझ रहे प्रदेश के 23 लाख 81 हजार से अधिक प्रभावित किसानों को अब तक लगभग 1802 करोड़ रुपए की राहत राशि वितरित की जा चुकी है. उन्होंने बताया कि आरबीसी 6(4) के तहत दी गई इस राहत राशि से किसानों को फिर से खड़ा होने में मदद मिली है. यह राशि गत वित्त वर्ष 2024-25 में बांटी गई 660.57 करोड़ रुपए राहत राशि से करीब तीन गुना अधिक है.
किसानों की मदद के लिए सरकार की ओर से उठाए जा रहे कदमों की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि अन्नदाता किसानों के लिए सरकार के खजाने में धन की कोई कमी नहीं है. प्रदेश के हर जरूरतमंद किसान को तत्परतापूर्वक सरकार का साथ, सहयोग और संबल दिया जा रहा है.
किसानों को दी जाने वाली मदद में हर साल लगातार इजाफा हो रहा है. वित्त वर्ष 2021-22 में 1590.74 करोड़ रुपए, वित्त वर्ष 2022-23 में 726.15 करोड़ रुपए और वित्त वर्ष 2023-24 में 758.62 करोड़ रुपए राहत राशि सरकार द्वारा वितरित की गई थी.
जागी है नई उम्मीद
उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए सभी कदम उठाए हैं. हमारी सरकार ने किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी, बिजली, शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण, फसलों पर समर्थन मूल्य और फसल बीमा की राशि का समय पर अंतरण किया है. इससे प्रदेश के किसान भाइयों के मन में एक नया विश्वास, एक नई उम्मीद जागी है.
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