Baba Mahakal Ujjain: श्रावण (Sawan) मास की पांच सवारियों के बाद अब बाबा महाकाल की भाद्रपद (Bhadrapad) माह में सोमवार की शाम पहली सवारी निकली. सवारी में घटाटोप मुखारबिंद भी शामिल किया गया. इस सवारी की खास बात यह रही कि इसमें राजस्थान (Rajasthan) के सीएम भजनलाल शर्मा (Bhajanlal Sharma) भी पहुंचे. भले ही वह सभा मंडप में बाबा की पूजा (Baba Mahakal Puja) नहीं कर पाए. लेकिन, उन्होंने मंदिर के द्वार पर पालकी की पूजा कर बाबा का आशिर्वाद लिया. इस मौके पर उन्होंने बाबा महाकाल के भी दर्शन किए.
जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर बाबा की निकली सवारी
सोमवार शाम 4 बजे जन्माष्टमी की पर्व संध्या पर महाकालेश्वर मंदिर से बाबा महाकाल की सवारी निकली. श्रावण मास की पांच सवारी के बाद भादौ मास की पहली सवारी में नए मुखारबिंद घटाटोप के साथ बाबा जब प्रजा का हाल जानने निकले तो पूरा क्षेत्र जय महाकाल के उदघोष से गूंज उठा. सवारी से पहले परंपरानुसार सभा मंडप में पालकी में सवार चंद्रमोलेश्वर पूजा के लिए विशेष रूप से राजस्थान के सीएम भजन लाल शर्मा आए, लेकिन देर से पहुंचने पर उनकी जगह केंद्रीय राज्यमंत्री दुर्गादास उईके और सावित्री ठाकुर ने पालकी का पूजन किया. इसी दौरान सीएम शर्मा पहुंचे और उन्होंने मंदिर द्वार पर पालकी की पूजा की.
इन स्वरूप में दिए दर्शन
इस सवारी में भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर पालकी में विराजित हुए. हाथी पर श्री मनमहेश, गरूड़ रथ पर श्री शिवतांडव, नन्दी रथ पर श्री उमा-महेश, डोल रथ पर श्री होल्कर स्टेट के मुखारविंद के साथ ही रथ पर घटाटोप मुखारविंद स्वरुप में निकले थे. सवारी में इस बार बैतूल के गोंड जनजाति के 50 से अधिक कलाकार ठाट्या नृत्य करते हुए साथ चलें. वहीं, पुलिस बैंड भी इस सवारी के आकर्षण का केंद्र रहा. अब भादौ मास में सातवीं तथा शाही सवारी 2 सितम्बर को निकलेगी.
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सीएम शर्मा ने लिया आशिर्वाद
सवारी से पहले भगवान चंदन्मोलेश्वर की पालकी की सभा मंडप में पूजा होती है. राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा द्वारा पूजा करना तय था. लेकिन, सीएम शर्मा देरी से पहुंचे. इसलिए उन्होंने मंदिर द्वार पर पहुंचकर पालकी की पूजा की. तत्पश्चात वह सोला पहनकर मंदिर के गर्भ गृह में पहुंचे, जहां उन्होंने बाबा का विशेष पूजन किया. यहां सीएम शर्मा ने पूजा के बाद परंपरानुसार नंदी के कान में अपनी मनोकामना कही. इस मौके पर निगम अध्यक्ष श्रीमती कलावती यादव, मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ ने उनका का स्वागत व सम्मान किया गया.
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