Betul MCD on Strike: बैतूल के सभी 10 नगरीय निकायों के दो हजार से ज्यादा रोजाना वेतन भोगी कर्मचारी (Daily Wage Workers) नियमितीकरण (Regularization) सहित अन्य मांगों को लेकर तीन दिन की हड़ताल पर बैठ गए. इससे जिले में सफाई सहित अन्य जरूरी काम प्रभावित हो रहे हैं. हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों के मुताबिक साल 2007 से अब तक लगातार दैनिक वेतन भोगी और अकुशल श्रमिक (Unskilled Workers) माने गए कर्मचारी नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने इस मुद्दे को कभी गंभीरता से नहीं लिया है.
जिले का जरूरी कामकाज ठप
हड़ताल पर बैठे ये वो कर्मचारी हैं जिन पर जिले की सफाई व्यवस्था, जलप्रदाय से लेकर अन्य सभी जरूरी कामों की जिम्मेदारी है. हड़ताल के कारण सभी काम प्रभावित हो रहे हैं. निकायों में सुबह से सफाई नहीं हुई और जलप्रदाय भी बंद है. इससे आम लोगों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
अनिश्चितकालीन हड़ताल की दी चेतावनी
हड़ताल पर बैठे कर्मचारी नेता हरिओम कुशवाह ने बताया कि आम लोगों की परेशानियों को देखते हुए हड़ताल को फिलहाल सीमित रखा गया है. लेकिन, अगर सरकार जल्द कोई निर्णय नहीं लेगी तो हड़ताल अनिश्चितकालीन होगी.
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यह है कर्मचारियों की सरकार से मांग
नगरपालिका में काम करने वाले दैनिक वेतनभोगी सभी कर्मचारी कोरोना महामारी के समय अपने जान को जोखिम में डालकर दिन रात जनता की निःस्वार्थ भाव से सेवा कर रहे थे. लेकिन, शासन ने एक तरफ अन्य विभागों के कर्मचारियों के लिए लगातार नियमितीकरण के आदेश निकाले, लेकिन नगर पालिका में काम करने वाले दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों की ओर ध्यान नहीं दिया.
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