
Vaishnavi Eminent Higher Secondary School: बड़वानी जिले में स्थित हायर सेकेंडरी स्कूल वैष्णवी एमिनेंट ने इतिहास रच दिया. जिले में पहली बार किसी स्कूल में स्टूडेंट कैबिनेट चुनाव पूरी तरह डिजिटल वोटिंग सिस्टम के ज़रिए कराए गए. यहां बच्चों से डिजिटल वोटिंग कराकर यह संदेश दिया कि देश में चुनाव किस तरह होता है और किस तरह वोटिंग कराई जाती है.
डिजिटल वोटिंग सिस्टम के ज़रिए स्टूडेंट कैबिनेट चुनाव
बड़वानी जिले में स्थित निजी हायर सेकेंडरी स्कूल वैष्णवी एमिनेंट में तकनीक और लोकतंत्र का अद्भुत नजारा देखने को मिला. स्कूल के स्टूडेंट कैबिनेट चुनावों में वोट डाले. हालांकि इस बार ये पारंपरिक तरीके से नहीं बल्कि डिजिटल प्लेटफॉर्म के ज़रिए कैबिनेट चुनाव के लिए वोटिंग कराए गए. स्कूल प्रशासन ने इस चुनाव के लिए एक विशेष सॉफ्टवेयर कंपनी की मदद से कस्टम ई-वोटिंग सिस्टम तैयार कराया.
ऐसे घोषित किए जाएंगे परिणाम
छात्र-छात्राओं ने अपनी पसंद के कैंडिडेट को टैबलेट या कंप्यूटर पर क्लिक कर वोट दिया. इस चुनाव में लगभग सभी कक्षाओं के छात्रों ने हिस्सा लिया और उन्हें पूरी प्रक्रिया के जरिए लोकतंत्र का वास्तविक अनुभव कराया गया. परिणाम भी त्वरित रूप से उसी सॉफ्टवेयर द्वारा घोषित किए जाएंगे.
प्राचार्य दिनेश शर्मा ने बताया कि हम चाहते थे कि बच्चे सिर्फ किताबों से नहीं, बल्कि व्यवहारिक रूप से भी लोकतंत्र को समझें. डिजिटल वोटिंग के ज़रिए उन्हें सही मायनों में भागीदारी का अनुभव मिला. ये सिर्फ चुनाव नहीं था, यह बच्चों के भीतर नेतृत्व और जिम्मेदारी की भावना जगाने का प्रयास था. तकनीक ने इसमें बहुत मदद की.
छात्र वोटर कैंडिडेट ने बताया कि पहली बार वोट दिया और वो भी कंप्यूटर से... बहुत अच्छा लगा. जैसे हम भी किसी देश के नागरिक हैं.
पूरी प्रक्रिया की निगरानी की गई
इस चुनाव के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रहे स्कूल के प्राचार्य दिनेश शर्मा और पीठासीन अधिकारी की भूमिका में उप-प्राचार्य गौरव ओचानी ने पूरी प्रक्रिया की निगरानी की. स्टाफ और छात्रों के संयुक्त सहयोग से यह अनूठा चुनाव न सिर्फ सफल रहा बल्कि पूरे जिले के लिए एक मिसाल बन गया. ये पहल दिखाती है कि अगर शिक्षा में नवाचार और तकनीक का सही उपयोग हो, तो बच्चे न सिर्फ बेहतर नागरिक बनते हैं, बल्कि समाज को भी दिशा दे सकते हैं. यहां हर छात्र-छात्राओं को समझाया जा रहा है कि किस तरह इस लोकतंत्र के पर्व पर आपके वयस्क होने के बाद आप कैसे सहयोग दे सकते हैं.
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