
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के बालाघाट की परसवाड़ा पुलिस ने लेखवती यादव की अंधेहत्याकांड का खुलासा करते हुए मामले में उसकी देवरानी व सहेली को गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में आरोपियों ने साक्ष्य को छिपाने का भी भरसक प्रयास किया था. सिम व मोबाईल को तोड़ दिया था.पुलिस ने सारे कांड का भंडाफोड़ दिया.
देवरानी को संदेह था कि उसके पति और जेठानी लेखवती के साथ अवैध संबंध है और इसी संदेह पर उसने सहेली के साथ मिलकर गला दबाकर हत्या कर दी थी. जिनके कब्जे से तीन मोबाईल, सिम व मोबाईल के टुकड़े, मोटर सायकिल सहित अन्य साक्ष्य जब्त किया गया है.
बता दे कि परसवाड़ा पुलिस ने ग्राम कुमनगांव से 3 अक्टूबर को लेखवती यादव उम्र 32 वर्ष के शव को घर के निकट पलास की झाड़ियों से बरामद किया था. मामले में प्रथम दृष्टया हत्या का संदेह जताया गया था. पुलिस ने विवेचना में पाया कि लेखवती की हत्या की गई है.
ऐसे बनाया था प्लान
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आदर्शकांत शुक्ला ने बताया कि घटनाक्रम 2 अक्टूबर की रात में अंजाम दिया गया है. जिसमें आरोपी महिला सुखिया उर्फ सविता यादव उम्र 23 वर्ष जो रिश्ते में देवरानी है , उसने अंधेरे में घर से बाहर दुर्गा मंडप की ओर जाने के नाम पर बुलाया था और कुछ दूर पर सुनसान क्षेत्र देखकर गला दबा दिया. शव को झाड़ियों के पास छोड़कर अपने घर आ गये थे. उसके साथ उसकी सहेली भी थी.
पुलिस ने बताया कि देवरानी सविता यादव व सहेली उर्मिला मेरावी ने बाद में एक पुरुष रविशंकर सोनवाने पिता नूरेलाल सोनवाने उम्र 26 वर्ष निवासी बीजाटोला परसवाड़ा का सहयोग लिया. जिसने सिम व मोबाईल तोड़ने सहित साक्ष्य छुपाने में मदद की थी. जिससे इस मामले में दो महिला व एक पुरूष सहित तीनों को गिरफ्तार किया है.
बताया गया कि मृतिका लेखवती अपनी छोटे बच्चे के साथ घर पर थी और पति नागपुर गया हुआ था. आरोपी उर्मिला मेरावी ना सिर्फ देवरानी की सहेली थी बल्कि मृतिका लेखवती की भी सहेली है. उर्मिला मेरावी का पति भी नागपुर कमाने गया है जो कि मृतिका लेखवती यादव के पति के साथ ही मजदूरी कर रहे थे.
देवरानी सविता यादव का लगभग 1 महीने का नवजात शिशु है. जिसे अपनी पति नंदकिशोर व जेठानी पर अवैध संबंध होने का संदेह था. दो साल पहले भी इनके बीच में इसी विषय को लेकर विवाद हो चुका था. जिसमें पुलिस ने प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की थी. अब यह घटनाक्रम को लेकर यही बातें सामने हत्याकांड तक पहुंच गया.
पुलिस ने बताया कि साक्ष्य को नष्ट करने का आरोपियों द्वारा भरसक प्रयास किया गया था। जिससे पानी में कुछ सामग्री को उन्होंने बहाने का भी प्रयास किया। लेकिन हमारी टीम ने उसे बरामद कर लिया है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शुक्ला ने बताया कि घटनाक्रम के दिन संदिग्ध स्थिति में लाश मिलने पर एफएसएल यूनिट एवं डॉग स्क्वॉड टीम द्वारा आवश्यक साक्ष्य संकलित किया गया और अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध थाना परसवाड़ा में भारतीय न्याय संहिता के तहत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ की गई.
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