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क्रिकेट में नाम रोशन करे विंध्य, तो ऐसे बना डाली रीवा जैगुआर टीम, जॉब भी देंगे बिरला ! 

Rewa Jaguar Cricket Team : विंध्य और रीवा के लिए कुछ कर गुजरने की सालों की चाहत ने आकार ले लिया है. क्रिकेट के मैदान में रीवा का नाम देश-दुनिया में रोशन हो.. ऐसे सपनों के लिए पहले रीवा जैगुआर टीम बनाई. 850 प्रतिभागियों में 15 का चयन किया. फिर अब नौकरी का वादा किया. ये सब करने वाले हैं, रीवा विश्वविद्यालय क्रिकेट टीम के कप्तान रह चुके आलोक बिरला. बता दें, बिरला एक बड़े कारोबारी हैं, NDTV  से उन्होंने कहा कि अब मेरी लौटानी की बारी है...

क्रिकेट में नाम रोशन करे विंध्य, तो ऐसे बना डाली रीवा जैगुआर टीम, जॉब भी देंगे बिरला ! 
रीवा विवि. के मैदान में चित्र में क्रिकेट खेलते हुए खिलाड़ी और जैगुआर टीम के पदाधिकारी.

MP 20-20 Cricket League :  रीवा जैगुआर क्रिकेट टीम से खेलने के बदले रोजगार, जी हां रीवा में ऐसा होगा पहली बार.. जिसके लिए रीवा के पूर्व विश्वविद्यालय और संभागीय टीम के कप्तान रह चुके, आलोक बिरला ने बड़ा नवाचार किया है. बता दें, आलोक एक बड़े कारोबारी भी हैं. लेकिन विंध्य के लिए कुछ बड़ा करने की चाहत ने उन्हे इस नवाचार के लिए प्रेरित किया. NDTV से बात करते हुए बिरला कहते हैं, रीवा विवि के क्रिकेट ग्राउंड से बहुत कुछ सीखा है, अब अपनी मिट्टी को लौटाने की बारी है..

बता दें, रीवा क्रिकेट के खेल में देश-दुनिया में नाम करे, इसके लिए उनकी टीम में कई एक्सपर्ट भी शामिल हैं. पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी ईश्वर पांडे जैसे मेंटर हैं, जिन्होंने निश्चित किया है, रीवा में हर साल दो अच्छा खेलने वाले खिलाड़ियों का सेलेक्शन किया जाएगा. उन्हें बेहतर क्रिकेट खेलने के लिए तैयार किया जाएगा.

रीवा के 850 प्रतिभागियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था

बिरला कहते हैं, टीम के खिलाड़ियों को अच्छी कोचिंग दी जाएगी. इसी के साथ एक अच्छी कंपनी में अच्छी सैलरी पर नौकरी भी दी जाएगी. जिसके चलते वह लोग अपने परिवार के भरण-पोषण से निश्चित होकर बेहतर क्रिकेट खेलें. रीवा का नाम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऊंचा करें. इसके लिए उन्होंने मध्य प्रदेश में होने वाली मध्य प्रदेश 20-20 क्रिकेट लीग के लिए रीवा जैगुआर के नाम से एक टीम खरीदी है. इस टीम में अपना स्थान बनाने के लिए रीवा के 850 लड़कों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जिसमें 50 लड़कों को छांटने के बाद, आपस में मैच कराया गया, और 15 लड़कों की एक टीम बनाई गई.

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'रीवा में यह... सिलसिला बरकरार रहे'

अब इन्हीं 15 लड़कों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले दो लड़कों का सेलेक्शन किया जाएगा और उन्हें यह मौका दिया जाएगा.  NDTV की टीम रीवा के विश्वविद्यालय मैदान में पहुंचकर रीवा संभागीय क्रिकेट संगठन के सदस्यों सहित, मध्य प्रदेश के चयनकर्ताओं और आलोक बिरला अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी ईश्वर पांडे से बात की. आलोक बिरला  कहते हैं, आज हम जो कुछ हैं, इसी क्रिकेट की वजह से हैं. हम चाहते हैं, रीवा में यह सिलसिला बरकरार रहे, हर साल दो बच्चों को नौकरी मिले, जिसकी वजह से रीवा के लड़के क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित हो. और देश प्रदेश के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी और रीवा की पहचान बनाएं. 

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