
AI Technology: वन्य जीवों को बचाने मध्यप्रदेश वन विभाग (Madhya Pradeh Forest Department) ने इटारसी से नागपुर तक प्रस्तावित तृतीय रेलवे लाइन के विस्तार से सतपुड़ा मेलघाट कॉरिडोर एवं सतपुड़ा टाइगर रिज़र्व के ईको-सेंसेटिव जोन पर पड़ने वाले संभावित नकारात्मक प्रभावों को ध्यान में रखते हुए गंभीर पहल की है. राज्य वन अनुसंधान संस्थान (एसएफआरआई) जबलपुर और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) इंदौर (IIT Indore) के बीच एक एमओयू हुआ है. इसका मुख्य उद्देश्य एआई आधारित प्रारम्भिक चेतावनी प्रणाली विकसित करना है. इससे सतपुड़ा–मेलघाट कॉरिडोर में रेल ट्रैक पर बाघ, तेंदुआ जैसे वन्यप्राणियों के टकराने की घटनाओं को रोका जा सकेगा.
कैसा सिस्टम तैयार हो रहा है?
प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) ने राज्य वन अनुसंधान संस्थान (एसएफआरआई) जबलपुर को रेलवे लाइन विस्तार हेतु मिटिगेशन प्लान तैयार करने के निर्देश दिए हैं.
एसएफआरआई जबलपुर और आईआईटी इंदौर मिलकर वन्यजीव संरक्षण को और अधिक वैज्ञानिक और प्रभावी बनाने के लिए एआई आधारित प्रणाली विकसित कर रहे हैं.
वन्य प्राणियों को दुर्घटनाओं से बचाने के लिए मध्यप्रदेश में विकसित किया जा रहा एआई सिस्टम
— Department of Forest, MP (@minforestmp) August 22, 2025
राज्य वन अनुसंधान संस्थान (एस.एफ.आर.आई.) जबलपुर एवं भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आई.आई.टी.) इंदौर के बीच एम.ओ.यू. साइन किया गया@DrMohanYadav51 @CMMadhyaPradesh #wildlife #protection pic.twitter.com/VreEQr8bd2
एमओयू के अवसर पर एसएफआरआई जबलपुर के संचालक प्रदीप वासुदेव और वैज्ञानिक डॉ. अनिरुद्ध मजूमदार व आईआईटी इंदौर के संचालक सुहास एस. जोशी, डीन अभिरुप दत्त और सह-प्राध्यापक डॉ. सौरभ दास उपस्थित रहे.
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