Python Rescued In Chhatarpur : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के छतरपुर (Chhatarpur) में वन्य अमले की एक टीम ने 11 फीट भारी भरकम अजगर का रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation) किया है. टीम ने शनिवार को अजगर को पकड़कर सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया है. बड़ामलहरा फारेस्ट रेंज की घुवारा बीट से एक अजगर को रेस्क्यू करने के बाद देखने वालों की भीड़ जुट गई. इस दौरान अजगर को देखते ही लोगों का पसीना छूट गया.
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53 किलो है अजगर का वजन
जब 11 फीट लंबे अजगर का किया गया रेस्क्यू
— NDTV MP Chhattisgarh (@NDTVMPCG) December 28, 2024
मध्य प्रदेश के छतरपुर में वन्य अमले की एक टीम ने 11 फीट भारी भरकम अजगर का रेस्क्यू ऑपरेशन किया है. टीम ने शनिवार को अजगर को पकड़कर सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया है. बड़ामलहरा फारेस्ट रेंज की घुवारा बीट से एक अजगर को रेस्क्यू करने के बाद… pic.twitter.com/MW5WbUsNJz
बता दें, बड़ामलहरा फारेस्ट रेंज की घुवारा बीट के टपरियनखेरा में अजगर होने की सूचना मिलने पर रेंज आफीसर राजेन्द्र प्रसाद पस्तोर के नेतृत्व में वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू के जरिये पकड़कर साठिया घाटी के सघन वन क्षेत्र में सुरक्षित छुड़वा दिया.रेंज ऑफिसर राजेंद्र प्रसाद पस्तोर ने बताया कि अजगर विशालकाय अजगर की लंबाई 11 फुट 4 इंच ,गोलाई 54 सेमी, वजन 53 किलोग्राम था.
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छतरपुर समेत पूरे बुंदेलखंड में 11 प्रकार के सांप पाए जाते हैं. इसमें पांच प्रजातियों के सांप कम जहरीले और सामान्य है, जबकि 10 प्रकार के सांप जहरीले हैं. वन विभाग से सेवानिवृत्त एसडी केबी गुप्ता ने बताया बुंदेलखंड क्षेत्र में पाए जानें वाले सांपों को लेकर NDTV से पूर्व में बात करते हुए ये जानकारी दी थी. वहीं, इंडियन कोबरा (बिनोसेलेट), कॉमन व स्नेक (लाइकोडोन ऑलिकस) इंडियन सॉ-स्केल्ड वाइपर, कॉम सैंड बोआ, पाइथन मोलुरस औ सैंड बोआ या एरिक्स जॉनी औन वाटर स्नेक शामिल हैं. कोबरा के काटने से ज्यादा मौतें होती हैं. मोलुरस और वाटर स्नेक के काटने से लोग बच जाते हैं.
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