Vastu Niyam: हिन्दू धर्म में पूजा पाठ का विशेष महत्व है. लोग मंदिरों में जाकर तो पूजा-अर्चना करते ही है इसके साथ ही घर में भी मंदिर बनाए रखते हैं, घर का मंदिर बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इसमें विराजित देवी-देवताओं की हम पूजा करते हैं, जिससे घर में शांति होती है और जीवन में सकारात्मकता आती है. लेकिन क्या आप जानते हैं, घर के पूजा घर या मंदिर (Puja ghar niyam) के भी कुछ वास्तु के नियम होते हैं, जिन्हें मानना बेहद जरूरी होता है, पंडित दुर्गेश ने इसकी जानकारी दी है, जो हम आपके साथ साझा करने जा रहे हैं...
खंडित मूर्ति
यदि आप पूजा घर में खंडित मूर्तियों या भगवान की तस्वीर रखे हैं तो यह अशुभ माना जाता है, यदि आपके घर के पूजा घर में भगवान की खंडित मूर्ति रखी है तो उसे तुरंत हटा दें, इसके साथ ही घर में नकारात्मक ऊर्जा को हटाने के लिए पूजा घर में पंचदेव की मूर्ति रख सकते हैं, जिन में गणेश, शिव, विष्णु, दुर्गा और सूर्यदेव होते हैं.
कटी-फटी किताबें
घर के मंदिर में कभी भी कोई कटी-फटी धार्मिक पुस्तकें नहीं रखना चाहिए, ये शुभ नहीं मानी जाती है.
एक से ज्यादा शंख न रखें
एक से अधिक शंख रखना अशुभ माना जाता है, इसके साथ ही खंडित शंख भी पूजा घर में नहीं होना चाहिए, इसे हटाकर आप किसी पवित्र नदी में प्रवाहित कर दें.
देवी-देवता के रौद्र रूप की तस्वीर न लगाएं
घर के मंदिर में किसी भी देवी-देवता के रौद्र रूप की तस्वीर नहीं लगाना चाहिए, न ही इसे मंदिर में रखना चाहिए, इसे अनिष्टकारी माना जाता है. यदि पूजा घर में माता काली का रौद्र रूप, हनुमानजी का रौद्र रूप या नटराज की मूर्ति है तो उसे तुरंत हटाकर सौम्य मूर्ति स्थापित करें.
भगवान के साथ पूर्वजों की फोटो
यदि आपने देवी देवताओं और भगवानों के साथ अपने पूर्वजों या पितरों की तस्वीर रखी है तो इससे देवता नाराज हो जाते हैं और घर में अशांति होती है, इसे हटा दें.
माचिस न रखें
घर के मंदिर में माचिस रखने से घर में लड़ाई-झगड़े का माहौल बनता है. गृह कलेश से शांति पाने के लिए घर के पूजा घर में मौजूद माचिस को तुरंत हटा दें.
धारदार वस्तुएं न रखें
वास्तुशास्त्र के अनुसार घर के मंदिर में कभी भी धारदार वस्तुएं नहीं रखना चाहिए, जैसे- चाकू, कैंची या अन्य कोई हथियार.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष व लोक मान्यताओं पर आधारित है. इस खबर में शामिल सूचना और तथ्यों की सटीकता के लिए NDTV किसी भी तरह की ज़िम्मेदारी या दावा नहीं करता है.